- राज्य सरकार ने 15 अप्रेल से स्वयंपाठी व 15 मई से नियमित परीक्षाओं के दिए हैं निर्देश
- प्रदेश के विवि तैयारी में जुटे लेकिन नई सरकारी गाइडलाइन का इंतजार
- जेएनवीयू में स्वयंपाठी परीक्षाएं अप्रेल के अंत तक
जोधपुर. गत महीने उच्च शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 को समय पर समाप्त करने के लिए पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों को स्वयंपाठी और नियमित परीक्षाओं के आयोजन संबंधी गाइडलाइन जारी कर इसी महीने से परीक्षाएं शुरू करने के निर्देश दिए थे और विवि परीक्षाओं की तैयारी में भी जुट गए लेकिन अप्रेल के प्रथम सप्ताह में कोरोना के अधिक मामलों ने विवि की परीक्षाओं पर एक बार फिर से संशय के बादल पैदा कर दिए हैं। प्रदेश में 15 अप्रेल से स्वयंपाठी और 15 मई से नियमित परीक्षाएं प्रस्तावित है लेकिन कोविड-19 रोगियों की बढ़ती तादाद को देखते हुए विवि की तैयारी ढीली पड़ गई है।
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में स्वयंपाठी परीक्षाएं पंद्रह अप्रेल से नहीं होगी। विवि की पूरक परीक्षाएं ही मार्च के अंतिम सप्ताह में समाप्त हुई थी। ऐसे में स्वयंपाठी परीक्षाएं अप्रेल के अंत तक शुरू करने का टाइम टेबल बनाया जा रहा है। विवि परीक्षाओं की तैयारी करने के साथ उच्च शिक्षा विभाग के नए दिशा निर्देशों का इंतजार कर रहा है।
पिछले साल प्रमोट, इस साल 60 प्रतिशत प्रश्न पत्र
कोरोना के कारण प्रदेश के विवि में शैक्षणिक सत्र 2019-20 में स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को छोडकऱ समस्त कक्षाओं को प्रमोट किया गया था। कोरोना लगातार बने रहने से विवि शुरू हुए केवल चार महीने ही हुए हैं। ऐसे में शैक्षणिक सत्र 2020-21 की परीक्षा के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई थी। परीक्षा 3 घण्टे की बजाय 2 घण्टे की होगी। सरकार ने पाठ्यक्रम कम करने की बजाय प्रश्न पत्र का आकार कम कर दिया है। प्रश्न पत्र में 60 प्रतिशत प्रश्न ही हल करने हैं। यूनिट की बाध्यता भी नहीं रखी गई है।
‘हम स्वयंपाठी परीक्षाएं अप्रेल के अंत तक शुरू करवाएंगे। नियमित विद्यार्थियों की परीक्षाओं की भी तैयारी की जा रही है। साथ ही कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार की गाइडलाइन का भी इंतजार कर रहे हैं।’
प्रो केआर गेनवा, परीक्षा नियंत्रक, जेएनवीयू जोधपुर