ये नियम यूनिवर्सिटी के सभी स्टूडेंट्स पर लागू होंगे। इनमें पार्ट-टाइम स्टूडेंट भी शामिल हैं
नई दिल्ली। नई दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में अब विरोध प्रदर्शन, धरना करने वाले स्टूडेंट को 20 हजार रुपए जुर्माना देना होगा। किसी भी तरह की हिंसा करने पर 30 हजार रुपए तक जुर्माना लगाया जा सकता है या एडमिशन रद्द किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी ने विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए नई गाइडलाइन बनाई है।
रूल्स ऑफ डिसिप्लिन एंड प्रॉपर कंडक्ट ऑफ स्टूडेंट्स ऑफ JNU नाम की इस 10 पेज की किताब में प्रोटेस्ट, धोखाधड़ी जैसी हरकतों के लिए अलग-अलग तरह की सजा बताई गई है। साथ ही यूनिवर्सिटी में किसी तरह की इंक्वायरी और बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया भी समझाई गई है।
डॉक्यूमेंट के मुताबिक ये नियम 3 फरवरी से ही लागू कर दिए गए हैं। ये रेगुलर और पार्ट-टाइम दोनों स्टूडेंट्स पर लागू होंगे। दरअसल, BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर यूनिवर्सिटी में लगातार कई प्रदर्शन हुए थे। इन्हें रोकने के लिए यूनिवर्सिटी ने ये कदम उठाया है।
3 साल पहले JNU में हुआ था जबरदस्त हंगामा और हिंसक प्रदर्शन
5 जनवरी 2020 की रात JNU में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर 50 से ज्यादा नकाबपोश बदमाशों ने हमला किया था। उन्होंने डंडे और लोहे की रॉड से स्टूडेंट्स और टीचर्स को पीटा था। हमले में छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 35 लोग जख्मी हुए थे।
इन्हें दिल्ली एम्स और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बदमाशों ने हॉस्टलों में तोड़फोड़ भी की थी। इस घटना में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।