कुंभ में किन्नर अखाड़ा जहां पेशवाई का हिस्सा बनेगा, वहीं पहली बार ऐसा होगा जब कोई धर्म बदलकर महामंडलेश्वर के पद पर सुशोभित होगा। दिल्ली की किन्नर छोटी बेगम को शुक्रवार को किन्नर अखाड़े में करीब 11 महमंडलेश्वरों के साथ महामंडलेश्वर पद पर आसीन किया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में किन्नर अखाड़ा जहां पेशवाई का हिस्सा बनेगा, वहीं पहली बार ऐसा होगा जब कोई धर्म बदलकर महामंडलेश्वर के पद पर सुशोभित होगा। दिल्ली की किन्नर छोटी बेगम को शुक्रवार को किन्नर अखाड़े में करीब 11 महमंडलेश्वरों के साथ महामंडलेश्वर पद पर आसीन किया जाएगा। बीते कई सालों से किन्नर समाज का हिस्सा रही छोटी बेगम अब चाहती हैं कि वे न केवल सनातन परंपरा को जानें, बल्कि इसी समाज में रहकर हिन्दू धर्म की रक्षा भी करें। छोटी बेगम अब तक इस्लाम धर्म के मुताबिक कार्य करती थीं।
लेकिन उनका कहना है कि वे किन्नर समाज की प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से इतनी प्रभावित हुई कि न केवल उन्होंने अपना धर्म पीछे छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया, बल्कि अब वह कल्याणी नाम से पहचानी जाती हैं। छोटी बेगम उर्फ कल्याणी इस कुंभ में महामंडलेश्वर पद पर आसीन होने जा रही हैं जो एक महत्वपूर्ण पद है। हर समय भारी भरकम आभूषणों से लदी रहने वाली कल्याणी उर्फ छोटी बेगम किन्नर समुदाय के बीच काफी चर्चित हैं। बुधवार रात उन्होंने छावनी में प्रवेश किया है।
कल्याणी का कहना है कि जब उन्होंने इस धर्म को अपनाने के लिए पहला कदम रखा तो समाज ने तरह- तरह की बातें की। लेकिन वे अब चाहती हैं कि हिन्दू समाज मे रहकर हिंदू धर्म का प्रचार प्रसार करें। उन्होंने कहा कि वह अंतिम समय तक महामंडलेश्वर बनकर भगवान की आराधना और हिंदू धर्म की रक्षा करना चाहती हैं। किन्नर अखाड़ा की प्रवक्ता पायल नंद गिरी का कहना है कि कल्याणी उर्फ छोटी बेगम को हमारा किनार अखाड़ा महामंडलेश्वर बनाने जा रहा है। इसके साथ 11 और महामंडलेश्वर बनाये जाएंगे। हमारा अखाड़ा जाती धर्म से ऊपर उठकर किन्नरों को अपने अखाड़े से जोड़ रहे हैं।