नई दिल्ली। जगदीप धनखड़ देश के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे। उपराष्ट्रपति के लिए शनिवार शाम 5 बजे वोटिंग खत्म हुई। संसद में दोनों सदनों को मिलाकर फिलहाल 780 सदस्य (राज्यसभा में 8 सीटें खाली) हैं। लेकिन 725 (92.94%) सदस्यों ने ही वोट किया।
काउंटिंग में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) के कैंडिडेट जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले, जबकि विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले। 15 वोट निरस्त कर दिए गए। धनखड़ 11 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है।
ममता के सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की
ममता ने अपने 36 सांसदों को वोटिंग से दूर रहने की बात कही थी, लेकिन TMC सांसद शिशिर अधिकारी और दिव्येंदु अधिकारी ने ममता के फैसले के खिलाफ वोट किया। आंकड़ों के हिसाब से NDA कैंडिडेट धनखड़ की जीत के लिए BJP के ही वोट काफी है। BJP के दोनों सदनों में 394 सांसद हैं, यह बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है।
सपा और शिवसेना के 2, जबकि बसपा के एक सांसद ने वोट नहीं किया। वही, भाजपा सांसद सनी देओल और संजय धोत्रे ने वोट नहीं किया। अभी लोकसभा में 543 सांसद हैं, जबकि राज्यसभा में 245 में से 8 सीटें खाली हैं। यानी निर्वाचन मंडल 788 के बजाय 780 सांसदों का था। ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव से दूर रहने का फैसला किया था। राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों को मिलाकर TMC के 36 सांसद हैं। NDA की बात करें तो 441 सांसद हैं, 5 मनोनीत सांसदों का भी साथ मिला । इस तरह से धनखड़ के पक्ष में पहले से ही 446 वोट थे। NDA के सांसदों के अलावा धनखड़ को BJD, YSRC, BSP, TDP, अकाली दल और शिंदे गुट का भी समर्थन मिला। इनके 81 सांसद हैं।
UPA की उम्मीदवार को इनसे मिले वोट
UPA की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को कांग्रेस, DMK, RJD, NCP और समाजवादी पार्टी के वोट मिले। इन पार्टियों के वोटों की संख्या 139 थी। इनके अल्वा झारखंड मुक्ति मोर्चा, TRS और आम आदमी पार्टी ने भी अल्वा को वोट देने का फैसला किया था। इन तीनों के 29 सांसद हैं। शिवसेना के उद्धव गुट के 9 सांसद अल्वा के साथ थे।