जोधपुर के एक कॉलेज में पढ़ने वाले कांग्रेस विधायक हीरा राम मेघवाल के बेटे की जगह पेपर देते हुए डमी कैंडिडेट पकड़ा गया है। कार्रवाई की जगह कॉलेज ने इस मामले को दबाने की कोशिश की।
जोधपुर। जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय और पुलिस ने कथित तौर पर कांग्रेस विधायक हीरा राम मेघवाल के बेटे से जुड़े एक मामले को दबाने की कोशिश की। विधायक के बेटे ने एलएलबी परीक्षा का पेपर लिखने के लिए अपनी जगह किसी और युवक को भेजा था। सूत्रों के मुताबिक, डमी उम्मीदवार को रंगेहाथ पकड़े जाने के एक दिन बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन ने शनिवार को सोशल मीडिया और कुछ छात्र नेताओं द्वारा इस मुद्दे को उछाले जाने के बाद एक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी।
हालांकि अभी तक इस मामले में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकि, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने पुलिस को रिपोर्ट भेजने का दावा किया, जबकि पुलिस ने ऐसी किसी शिकायत मिलने से इनकार किया है। एसीपी (पूर्व) डेरावर सिंह ने कहा, ‘हमें इस संबंध में विश्वविद्यालय से कोई शिकायत नहीं मिली है।’ वहीं विधायक मेघवाल ने भी इस मामले में अबतक कोई टिप्पणी नहीं की है।
डीन (कानून) चंदन बाला ने दावा किया कि पुलिस को लिखित शिकायत दी गई थी लेकिन पुलिस द्वारा कोई स्वीकृती नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि विधायक के बेटे का नाम महेश मेघवाल है। सूत्रों के अनुसार, विवि प्रशासन ने शुक्रवार को एलएलबी प्रथम वर्ष की परीक्षा के दौरान सुदर्शन जांगिड़ को शक के आधार पर पकड़ा था। शुरुआती पूछताछ में उसने बिलारा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक के बेटे महेश मेघवाल की तरफ से पेपर देने की बात कबूली है।
बाला ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जो उसे थाने ले गए जहां उन्हें पता चला कि जांगिड़ मेघवाल के बेटे महेश की ओर से परीक्षा दे रहा था। इस जानकारी का खुलासा होने पर पुलिस ने कथित तौर पर बिना किसी कार्रवाई के उसे जाने दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय से कोई शिकायत नहीं मिली है, जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को लिखित शिकायत देने का दावा किया है।