अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों की आवाजाही पर लगे पूर्ण प्रतिबंध: संभागीय आयुक्त ने ली विभागीय अधिकारियों की बैठक
बीकानेर@जागरूक जनता। अवैध खनन की रोकथाम और ओवरलोड वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन की अध्यक्षता में बुधवार को बैठक आयोजित हुई। डॉ. पवन ने इसके लिए पुलिस, परिवहन, खनन और राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से सघन अभियान चलाते हुए कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा किसी भी स्थिति में अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसा पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाई की जाएगी।
बैठक में महानिरीक्षक पुलिस ओमप्रकाश, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद, पुलिस अधीक्षक योगेश यादव, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त एएच गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेवराम धोजक, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी नेमीचंद पारीक, अतिरिक्त प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जुगल माथुर, खनि अभियंता राजेन्द्र बलारा, संभागीय मुख्य वन संरक्षक जय प्रकाश, संयुक्त निदेशक (सांख्यिकी) इंदीवर दुबे आदि मौजूद रहे।
इस दौरान संभागीय आयुक्त ने कहा कि कोई भी अपने लीज क्षेत्र से बाहर और सरकारी भूमि पर खनन नहीं करे, यह सुनिश्चित किया जाए। राजस्व विभाग द्वारा प्रत्येक माइन्स का सीमांकन करवाया जाए तथा इनकी पिलर मार्किंग हो। अवैध खनन की रोकथाम के लिए गठित टास्क फोर्स एक्टिव मोड पर कार्य करे तथा प्रत्येक क्षेत्र पर नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि खान विभाग द्वारा विभिन्न लीज धारकों के नाम, क्षेत्र तथा मिनरल संबंधी जानकारी उपलब्ध करवाई जाए। प्रशासनिक स्तर पर टीमें गठित करते हुए इनके द्वारा किए गए खनन का भौतिक सत्यापन करवाया जाएगा तथा किसी भी स्तर पर अनियमितता पाई गई तो संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि ओवरलोडिंग वाहनों की आवाजाही पर भी पूर्णतया रोक लगाई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में सड़कों से ओवरलोड वाहन नहीं निकले। थानों एवं पुलिस नाकों के साथ, सभी टोल नाकों सहित जिलेभर के अन्य प्रमुख संभावित मार्गों पर मोबाइल यूनिट के माध्यम से प्रभावी मुनादी करवाई जाए। प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी नजर रखी जाए। पुलिस, परिवहन, खनन और राजस्व विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीमें बनाकर औचक कार्यवाहियां की जाए। इन कार्यवाहियों की वीडियोग्राफी करवाई जाए। उन्होंने बताया कि इन टीमों का गठन कार्यवाही से ठीक पहले हाथोहाथ किया जाएगा, जिससे कार्यवाही की जानकारी गोपनीय रहे। उन्होंने कहा कि यदि किसी वाहन के ई-रवन्ना में दर्ज से ज्यादा मिनरल पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाए।