केकड़ी @ जागरूक जनता (विजेन्द्र पाराशर)। बीएलओ संघर्ष समिति केकड़ी के तत्वावधान में शुक्रवार को केकड़ी क्षेत्र के बूथ लेवल अधिकारियों ने कमलेश त्रिपाठी के नेतृत्व में गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त करने की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी विकास पंचोली को ज्ञापन दिया। इस दाैरान संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चे उज्ज्वल भविष्य के सपने लेकर सरकारी स्कूलों में आते हैं और शिक्षक अन्य गैर जरूरी कार्यों में रह जाता है। ऐसे में सरकारी विद्यालयों और शिक्षकों की विश्वनीयता संकट में पड़ गई है। बीएलओ प्रधान जाट ने बताया कि बीएलओ कार्य वर्ष भर चलने वाला कार्य है। इसमें 13 विभागों से कर्मचारी लगाने के चुनाव आयोग के निर्देश के बावजूद लगभग 95 प्रतिशत बीएलओ शिक्षा विभाग से लगाकर रखना अन्याय है। अन्य जिलों में शिक्षकों को बीएलओ कार्य से मुक्त कर दिया गया है। बूथ लेवल अधिकारी दिनेश कुमार वैष्णव ने बताया कि निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 27 के अन्तर्गत शिक्षकों से शिक्षण के अतिरिक्त अन्य कोई गैर शैक्षणिक कार्य नही करवाया जाना अंकित है ताकि छात्रों का शिक्षण कार्य बाधित न हो। सभी ने ग्रीष्मावकाश में किए गए घर-घर सर्वे कार्य के लिए नियमानुसार उपार्जित अवकाश की स्वीकृति भी शीघ्र जारी करने की मांग की। इस अवसर पर प्रभु सिंह राठौड़, मुकेश बारेठ, देवीशंकर वैष्णव, नवल किशोर जांगिड़, रामबाबू सोनी, राजेश कुमार उपाध्याय, कमलेश त्रिपाठी, दिनेश कुमार वैष्णव, बनवारी लाल बैरवा, भागचन्द वर्मा, हारून रशीद अंसारी, अशोक मीणा, खुशीराम मीणा, प्रधान जाट एवं बाबूलाल मीणा सहित कई बूथ लेवल अधिकारी मौजूद थे।