बीकानेर@जागरूक जनता। शहर में इन दिनों अवैध अतिक्रमण को ढहाने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। लेकिन बीकानेर का एक ऐसा इलाका जो कोठारी हॉस्पिटल के पास पूगल फांटा बस स्टैंड है,जंहा पर अतिक्रमणधारियों का बोल बाला इतना है कि यंहा से गुजरने वाली नेशनल हाईवे रोड़ पर ट्रैफिक व्यवस्था बदहाली का शिकार हो चुकी है। इस समस्या का सबसे बड़ा मुद्दा यंहा लगने वाले सब्जी फ्रूट वाले ठेले है,जो बेतरतीब अपने गाड़े अवैध रूप से लगा कर अतिक्रमण कर रहे है। सब्जी फ्रूट इत्यादि गाड़े वालो से यंहा पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है । यहां से गुजरने वाले राहगीरों को खतरा बना रहता है, इस वजह से कई मर्तबा हादसे हो चुके है। लेकिन इतने बड़े खस्ताहाल पर शायद प्रशासन की नजर ही नही पड़ रही है,पर वास्तव में ऐसा नही है । शाशन प्रशासन के नुमाइंदे इस ओर से मुंह फेर कर एयर कंडीशनर गाड़ियों में बैठे फट से निकल जाते है।
इसी समस्या को लेकर शनिवार को एक प्रतिनिधिमण्डल ने पूगल फांटा बस स्टैण्ड से अवैध रूप से लगे ठेलों को हटाने की मांग का ज्ञापन संभागीय आयुक्त को सौंपा है। ज्ञापन में बताया कि लंबे समय से पूगल फांटा बस स्टैण्ड पर 50 से अधिक अवैध रूप से सब्जी/फ्रूट के ठेले वाले शासकीय भूमि पर कब्जा करके बैठे हुए है। प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में बताया इन ठेलों की वजह से आए दिन जाम लगा रहता है। जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अवैध रूप से लगाए गए ठेलों की कोई शिकायत या इनके खिलाफ कोई आवाज उठाता है तो अतिक्रमणकारियों की ओर से उस पर जानलेवा हमला किया जाता है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया हाल ही में प्रशासन द्वारा शहर में लगातार अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है और सरकार की करोड़ो की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया जा रहा है। तो ऐसे में पूगल फांटा बस स्टैंड पर अतिक्रमण का मौका मुआयना करवाकर जो भी अतिक्रमण के दायरे में आए उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए । संभागीय आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
सवाल पर सवाल!
शहर में हाल ही के दिनों में बुलडोजर बाबा चर्चा के विषय बने हुए है, क्योंकि जिस तरह से युआईटी व नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की तो उसने कई सवाल खड़े कर दिए,जो आमजन की जुबां पर है । बीकानेर शहर में ऐसे दर्जनों इलाके है जंहा पर प्रशासन की नजरें अभी तक नही गई है, जबकि वे इलाके भीड़ भाड़ व हाइवे से जुड़े है, लेकिन अफसोस ऐसे इलाकों पर कार्रवाई ना करना आमजन में संदेह पैदा करना है। फिलहाल उम्मीद है संभाग के ताबड़तोड़ जोशीले डीसी नीरज के.पवन कुछ उलटफेर शायद इस और करें ताकि आमजन अतिक्रमण की बेड़ियों से मुक्त होकर खुली हवा में सांस लेवे।