राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार नए सदस्यों को मनोनीत किया है। इनमें पूर्व भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्ध श्रृंगला, इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन का नाम भी शामिल है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) के लिए चार नए सदस्यों को मनोनीत किया है। इनमें पूर्व भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्ध श्रृंगला, इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन, केरल से आने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सी सदानंदन मास्टर और 26/11 हमले का दोषी अजमल आमिर कसाब को फांसी दिलाने वाले वकील उज्ज्वल निकम को राज्यसभा सांसद के लिए मनोनीत किया गया है।
हर्ष का विदेश नीति में अहम योगदान
पीएम मोदी ने पूर्व भारतीय विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला के लिए लिखा कि उनका भारतीय विदेश नीति में अहम योगदान रहा। पीएम ने लिखा कि हर्षवर्धन श्रृंगला ने एक राजनयिक, बुद्धिजीवी और रणनीतिक विचारक के रूप में बेहद शानदार काम किया है। उन्होंने भारत की विदेश नीति को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। साथ ही भारत की जी20 अध्यक्षता में भी उनका विशेष योगदान रहा है। मुझे खुशी है कि उन्हें राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है।
जैन ने अकादमिक विर्मश को समृद्ध किया
मीनाक्षी जैन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डॉ. जैन एक विद्वान, शोधकर्ता और इतिहासकार के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। शिक्षा, साहित्य, इतिहास और राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में उनके कार्यों ने अकादमिक विमर्श को महत्वपूर्ण रूप से समृद्ध किया है। उनके संसदीय कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।
अन्याय के आगे नहीं झुके सदानंद
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने सी. सदानंद मास्टर को अन्याय के आगे न झुकने वाला प्रतीक बताया। पीएम मोदी ने कहा कि हिंसा और भय का माहौल भी उनके (सी. सदानंदन मास्टर) राष्ट्र निर्माण के संकल्प को डिगा नहीं सका। एक शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनके प्रयास सराहनीय हैं।