अफगानिस्तान पर तालिबान की पकड़ तेजी से मजबूत होती जा रही है। तालिबान ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने अफगानिस्तान की एक और प्रांतीय राजधानी कंधार पर कब्जा कर लिया है। अब सिर्फ राजधानी काबुल ही उससे बचा है। काबुल के बाद कंधार अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।
नई दिल्ली। तालिबान ने दावा किया है कि उसने अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर कब्जा कर लिया है। यह तालिबान के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। अफगानिस्तान से नाटो और अमरीकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान को यह बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।
अफगानिस्तान पर तालिबान की पकड़ तेजी से मजबूत होती जा रही है। तालिबान ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने अफगानिस्तान की एक और प्रांतीय राजधानी कंधार पर कब्जा कर लिया है। अब सिर्फ राजधानी काबुल ही उससे बचा है।
काबुल के बाद कंधार अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। कंधार में ही तालिबानी आतंकियों ने भारतीय पत्रकार दानिश की बेरहमी से हत्या कर दी थी। कंधार पर कब्जा करने से पहले गुरुवार को तालिबान ने दो प्रांतों की राजधानी गजनी और हेरात पर कब्जा कर लिया था। अब तालिबान के लड़ाके काबुल से सिर्फ 130 किलोमीटर की दूरी पर हैं।
वहीं, अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते वर्चस्व से अमरीका भी खौफ खा रहा है। एक रिपोर्ट में अमरीका ने अनुमान लगाया था कि तालिबान को राजधानी काबुल पर कब्जा करने में करीब तीन महीने का वक्त लगेगा। इस अवधि में अमरीका अपने नागरिकों और सैनिकों को अफगानिस्तान बाहर निकाल लेगा, मगर उसका यह अनुमान गलत साबित होता दिख रहा है। अमरीका ने अब अपने नागरिकों से तुरंत अफगानिस्तान छोडऩे को कहा है।
वहीं, भारत ने भी अपने नागरिकों से अफगानिस्तान छोडऩे को कहा है। भारत ने अफगानिस्तान में रह रहे नागरिकों से दूतावास की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने को कह दिया है। दूतावास ने वहां गए भारतीय पत्रकारों को सतर्क रहने को कह दिया है। भारतीय दूतावास की ओर से यह जानकारी भी दी गई है कि तीन भारतीय इंजीनियर जो सरकारी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे, उन्हें भी वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया है। इस जगह पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है।