फेस डिटेक्शन सेंसर से खुलेंगे सदन की लॉबी के गेट, विधायक के अलावा कोई नहीं जा सकेगा
जयपुर। विधानसभा का बजट सत्र कल से शुरू हो रहा है। बजट सत्र में कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सारी व्यवस्थाएं की गईं हैं। विधानसभा में विधायकों के बैठने की व्यवस्था में खास बदलाव नहीं किया है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के पास भले ही अभी कोई पद न हो, लेकिन विधानसभा के भीतर उन्हें मंत्रियों के बगल में आगे की लाइन में ही बैठने की जगह दी गई है।
बीते साल 14 अगस्त को बुलाए गए सत्र में बैठे थे पीछे
इस बार विधानसभा के सदन में एंट्री पर तकनीकी पहरा लगाया गया है, सदन की लॉबी के एंट्री गेट फेस डिटेक्शन सेंसर से खुलेंगे, मतलब विधायक के अलावा कोई लॉबी में नहीं जा सकेंगे। सचिन पायलट की बगावत और फिर सुलह के बाद बहुमत सााबित करने पिछले साल 14 अगस्त को बुलाए गए विधानसभा सत्र में उन्हें पीछे किनारे पर बैठने को जगह दी गई थी। उस वक्त सीट बदलने के मुद्दे पर सचिन पायलट ने सदन में कहा था कि जो सबसे मजबूत होता है उसे ही बॉर्डर पर भेजा जाता है, मजबूती से सामना किया जाएगा।
सचिन पायलट की सीट बदलने का मुद्दा सियासी हलकों में देखते ही देखते चर्चा का मुद्दा बन गया था। इसके बाद नवंबर में तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को बायपास कर राज्य के विधयेक पास करने के लिए बुलाए गए सत्र में सचिन पायलट को आगे बैठने की जगह दी गई थी। इस बार बजट सत्र में भी सचिन पायलट सदन में आगे ही बैठेंगे।
सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा के सरकारी बंगले अब विधानसभा पूल में
सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री रहने के दौरान मिले सरकारी बंगले विधानसभा पूल को ट्रांसफर कर दिए गए हैं। अब विधानसभा से तीनों को ये बंगले आवंटित होंगे; कांग्रेस से बगावत के कारण 14 जुलाई को तीनों को बर्खास्त किया गया था।