गौशाला में बीते 15 दिनों से 100 से अधिक गायों ने तोड़ा दम,कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
नागौर@जागरूक जनता। जिले की एक गौशाला में बीते 15 दिनों से लगातार गायें दम तोड़ रही है, गोशाला के सामने सूखे तालाब में गायों के शवों को देखकर लोगों के होश उड़ गए है। बताया जा रहा है कि बीते 15 दिनों में ही 100 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है। घटना नागौर जिले के जाखेड़ा गांव का है । यहां के सेठ बंकटलाल मालू गौशाला ट्रस्ट का चारा खाने के बाद गायों की मौत हुई है । चारा जहरीला है या कोई और वजह है , इसकी जानकारी तो पोस्टमॉर्टम के बाद ही सामने आएगी । घटना के सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया। जिला कलेक्टर पीयूष समारिया गायों को बचाने और मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं ।
प्रशासन ने लिया चारे की क्वालिटी का सेंपल
सेठ बंकटलाल मालू गौशाला ट्रस्ट संचालक लालचंद मालू ने कहा- 2 महीने पहले ट्रस्ट में काम करने वाले पुराने कर्मचारियों को हटाया था । नए कर्मचारियों ने गायों के लिए जो चारा खरीदा , उसकी क्वालिटी खराब थी । गायों के लिए इसबगोल और तारामीरा का चारा इस्तेमाल किया जा रहा है । इससे फूड पॉयजनिंग की आशंका है । मौत का कारण यही हो सकता है । ग्रामीणों ने दावा किया कि पिछले 15 दिनों में 100 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है । पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हकीकत आएगी सामने जिला कलेक्टर के आदेश पर सांजु तहसीलदार खींवराज बाना व डेगाना BDO भंवरा राम कालवी शनिवार को जाखेड़ा गांव पहुंचे । गौशाला से चारे के सैंपल लिए गए । मौके पर अधिकारियों को इसबगोल का भूसा व तारामीरा का कचरा मिला । डेगाना BDO कालवी ने बताया कि मौके पर 27 गौ – वंश के शव मिल गए हैं । यह साफ नहीं हो पाया है कि ये सभी मृत गौवंश गौशाला के हैं या बाहर के । पोस्टमॉर्टम के बाद ही गायों की मौत की वजह साफ हो पाएगी ।
वंही ग्रामीणों का आरोप है कि जाखेड़ा में ट्रस्ट की ओर से चल रही गौशाला में गायों के नाम पर फर्जी तरीके से अनुदान उठाया जा रहा है । गौशाला में 200 से कम गायें हैं । पिछला अनुदान 500 से अधिक गायें दिखाकर उठा लिया । इस साल भी अनुदान के लिए 460 गायों के लिए अनुदान राशि मांगी है । हकीकत में इतनी गायें हैं ही नहीं । ट्रस्ट सदस्यों और डॉक्टरों की मिलीभगत से अनुदान के पैसे उठाए जा रहे हैं , जिसकी जांच होनी चाहिए । सेठ बंकटलाल मालू गौशाला ट्रस्ट के संचालक लालचंद मालू ने कहा- अकेले मेरे गौशाला में ही नहीं , बल्कि गांव की दूसरी गौशाला में भी पिछले दिनों 100 गायें मरी हैं । मालू ने कहा कि समय पर सरकारी अनुदान नहीं मिलने से गायें भूख से मर रही हैं । सभी गायें गांव की ही हैं । अफसोस है इन्हें नहीं बचा पाए । जी – जान से सेवा कर रहे हैं ।