राजस्थान में भले ही मानसून की भारी बारिश ने जमकर भिगोया और कुछ इलाके पानी-पानी हो गए। इसके बावजूद प्रदेश के 419 बांध अब तक खाली पड़े हैं। जबिक मात्र 16 बांध ही पूर्ण से भरे हुए हैं।
जयपुर। राजस्थान में भले ही मानसून की भारी बारिश ने जमकर भिगोया और कुछ इलाके पानी-पानी हो गए। इसके बावजूद प्रदेश के 419 बांध अब तक खाली पड़े हैं। जबिक मात्र 16 बांध ही पूर्ण से भरे हुए हैं। हालाकि राजस्थान के बांधों में पिछले मानसून के मुकाबले 1.43 प्रतिशत ही पानी कम आया है। जल संसाधन विभाग का मानना है कि मानसून की बारिश डेढ़ माह और रह सकती है। ऐसे में इस बार पिछले मानसून के मुकाबले बांधों में अच्छा पानी दर्ज किया जा सकेगा। बड़ी बात तो यह है कि उन्हीं बांधों में पानी की आवक बढ़ रही है जिनमें पहले से पानी भरा हुआ है।
बांधों की वर्तमान स्थिति
राजस्थान में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 727 बांध हैं, जिनमें से 28 जुलाई तक 419 खाली पड़े हैं और बारिश के पानी का इंतजार हैं। उधर, 4.25 मिलियन क्यूबिक मीटर (एम.क्यूएम) से अधिक के 278 बांध में से 139 रिक्त हैं। 134 आंशिक भरे हुए और 4 पूर्ण भरे हुए हैं। 4.25 एम.क्यूएम. के कम की बात की जाए तो 280 बांध रिक्त हैं। जबकि विभाग के पास 22 बांधों की सूचना प्राप्त नहीं है। 136 बांध आंशिक भरे हुए हैं और 16 बांध पूर्ण भरे हुए बताए जा रहे हैं।
कोटा संभाग के बांधों में ज्यादा पानी
राजस्थान के सभी बांधों में पानी की आवक की बात करें तो जल संसाधन विभाग ने बांधों के हिसाब से राजस्थान को चार संभाग में बांट रखा है। जयपुर संभाग में 261 बांध हैं, जिनकी पूर्ण भराव क्षमता 2671.12 एम.क्यूएम. है, जो 28 जुआई तक 394.82 एम.क्यूएम. भरे हैं। यानि 14 प्रतिशत पानी है। इसी प्रकार जोधपुर के 123 बांधों की कुल भराव क्षमता 976.90 एम.क्यूएम. है और अब तक 53.69 एम.क्यूएम. पानी है। यानि 5.5 प्रतिशत पानी ही है। कोटा के 87 बांध की भराव क्षमता 4337.74 एम.क्यूएम. है और अभी 2760.17 प्रतिशत ही पानी है। यानि 63.6 प्रतिशत। इसी प्रकार उदयपुर के 256 बांधों की कुल भराव क्षमता 4640.55 एम.क्यूएम. है और वर्तमान में 1758.99 एम.क्यूएम. पानी है जो 37.9 प्रतिशत है। राजस्थान के सभी बांधों की कुल भराव क्षमता 12626.32 एम.क्यूएम. है और वर्तमान में 4967.66 एम.क्यूएम. पानी है, जो कुल भराव क्षमता का 39.34 प्रतिशत है।
पिछले मानसून से मात्र 1.43 प्रतिशत कम
पिछले साल मानसून के दौरान 28 जुलाई तक प्रदेश के सभी बांधों में 5147.95 एम.क्यूएम. पानी था, जो कुल भराव क्षमता का 40.77 प्रतिशत रहा। ऐसे में पिछले साल के मुकाबल बांध में अभी 1.43 प्रतिशत पानी की आवक होनी है और उसके बाद बांधों में पिछले साल के मुकाबले ज्यादा पानी की आवक दर्ज होगी। राजस्थान के बड़े बांधों की बात करें तो 22 बड़े बांधों की पूर्ण भराव क्षमता 8104.66 एम.क्यूएम. है, जबकि वर्तमान में भराव 4217.32 एम.क्यूएम. है। यानि 52.04 प्रतिशत पानी है।