मेहंदीपुर बालाजी@जागरूक जनता। विश्व प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी के लोगों ने मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर गुरुवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से लोगों ने बताया कि पिछले दिनों जिला प्रशासन एवं मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर बंद करने का निर्णय लेकर मंदिर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया। जिससे आस्थाधाम में श्रद्धालुओं की आवक बंद हो गई। जिसके चलते आस्थाधाम में संचालित गेस्ट हाउस, धर्मशाला, होटल, रेस्टोरेंट आदि के संचालकों के सामने रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। उन्होंने बताया कि आस्थाधाम में श्रद्धालुओं के आने से ही आस्थाधाम के लोगों का रोजगार चलता है और उनकी आजीविका का साधन आस्थाधाम में आने वाले श्रद्धालु ही हैं। मंदिर बंद होने की स्थिति में आस्थाधाम में ना तो श्रद्धालु आएंगे और ना ही लोगों की रोजी-रोटी चलेगी। जिससे आस्थाधाम के लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट गहरा जाएगा। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर एवं आसपास के दर्जनों गांवो के हजारों लोगों की आजीविका बालाजी में आने वाले श्रद्धालुओं से ही चलती है। यहां के लोगों के समस्त व्यवसाय श्रद्धालुओं से ही जुड़े हुए हैं। ऐसे में मंदिर का खुलना अति आवश्यक है। श्रद्धालु नहीं आने से दुकानो पर ताले लग गए हैं । मेहंदीपुर बालाजी के लोगों की रोजी-रोटी के संकट को देखते हुए मंदिर को शीघ्र खुलवाया जाए। उन्होंने बताया कि देश के बड़े बड़े मंदिर खुले हुए हैं तो बालाजी मंदिर को ही बंद क्यों किया गया है। मंदिर खुलने के साथ ही कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवाने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस के जवान तैनात की जाए और श्रद्धालुओं से गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवाई जाए। इसमें स्थानिय लोग व मंदिर प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा। लोगों द्वारा दिए गए ज्ञापन पर मंत्री ने कहा शीघ्र एक से दो दिन में मंदिर खुलवाने का आश्वासन दिया। बालाजी मंदिर खुलने पर मंदिर मे सख्ती से कोरोना गाइडलाइन पालना करना होगा। और आप सभी स्थानीय लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने में प्रशासन का सहयोग करना होगा। वही लोगों की आजीविका का सरकार पूरा ध्यान रखेगी । इस दौरान गोपाल भागीरथ सिंह,जगदीश प्रिंस,हनुमान पुरी,मुरारी मेम्बर,राजकुमार शर्मा,तोलु शर्मा,हरि मीना,कमल सैनी, महावीर सिंह,आदि मौजुद थे।