इंदौर @ jagruk janta. नशे ने हमारी समाज की जड़ों को इस तरह से पकड़ लिया है की कोई भी इससे बच नहीं पा रहा है।बच्चो से लेकर बुजुर्गो तक सब इसकी चपेट में आ रहे है, नशा करना आज के युवाओं के लिए दिखावा हो गया है। एक ऐसे ही युवा व्यक्ति दानपात्र टीम को पीथमपुर क्षेत्र में मिले, उनकी उम्र लगभग 30- 35 वर्ष होगी परंतु नशे की वजह से वह अपना जीवन बर्बाद कर चुके थे। वह इंदौर के रहने वाले है परंतु नशे की चपेट में आने की वजह से घर छोड़ कर सड़क किनारे रहने को मजबूर है। टीम के सदस्यों ने उन्हें घर ले जाने के लिए पूछा परंतु अब वह घर भी नहीं जाना चाहते थे। नशे करने की वजह से उनका शरीर भी पूरा सुख चुका था, शरीर पर कई सारे घाव थे जो सड़ने जैसी स्थति में थे। दानपात्र ने उनको डॉक्टर के पास ले जा कर सबसे पहले उनके घावों को ठीक करवाया। नशे की लत में इतने समय से कुछ खाना नहीं मिलने की वजह से उनकी हालत बोहोत खराब हो चुकी थी।टीम ने उनको भोजन करवाया तथा उनको साफ सुधरा कपड़े पहनाकर उनकी स्थति ठीक की गई। दानपात्र ऐसे कई बेसहारा लोगों की रोज मदद करता है और कई गरीब लोगो के जीवन में बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है। समाज को नशे की लत से बचाने के लिए दानपात्र कई नशा मुक्ति अभियान भी चला रहा है जिससे जनता जागरूक हो सके और नशे जैसी गंदी चोजो से बचे।
“दानपात्र” क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?
संस्था “दानपात्र” एक ऑनलाइन नि शुल्क एप के माध्यम से कार्य करती है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है पिछले 5 वर्षों में दानपात्र के माध्यम से लगभग 35 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है देश भर में कार्य कर रही संस्था “दानपात्र” से 35 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है संस्था “दानपात्र” द्वारा अलग अलग शहरों में सेंटर बनाएं गए है जहां आकर कोई भी ऐप में रिक्वेस्ट डालकर सामान डोनेट कर सकता है “दानपात्र” टीम द्वारा इस सामान को फिल्टर कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है “दानपात्र” देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है संस्था दानपात्र का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड , 3 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ साथ कई रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है
संस्था गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद के साथ-साथ नि:शुल्क शिक्षा के माध्यम से बच्चों एवम महिलाओं को शिक्षित कर रही है दानपात्र निःशुल्क पाठशाला देश के कई शहरों में हजारों बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर शिक्षित कर रही है जिससे आर्थिक परिस्थितियों के चलते जो बच्चें पढ़ नही पाते है वह दानपात्र निःशुल्क पाठशाला के माध्यम से अपने अधूरे सपनों को पूरा कर रहे है ।
इंदौर के साथ-साथ देश के 100 से अधिक शहरों में “दानपात्र” के माध्यम से सेवा कार्य कर लोगों की मदद की जा रही है जल्द ही पूरे भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी शुरू किया जाने वाला है दानपात्र।
आप भी जुड़ सकते है “दानपात्र” फाउंडेशन के इस अभियान से
आप भी अपने उपयोग में न आ रहे पुराने सामान को डोनेट करके या फिर वालंटियर बनकर “दानपात्र” के इस अभियान से जुड़ सकते है इसके लिए आप “दानपात्र” के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066 पर संपर्क कर सकते है।