नूंह मामले में हालात को काबू करने के लिए पलवल पुलिस मौके पर है। एसपी लोकेंद्र सिंह ने पूरे दलबल के साथ मोर्चा संभाला। इस दौरान पलवल पुलिस के कुछ कर्मचारियों को चोटें आई हैं। पथराव और आगजनी में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दी गई और पुलिस पर पथराव किया गया।
नूंह। जिले में विश्व हिंदू परिषद की मेवात ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा और बवाल के बाद पूरे जिले की रफ्तार मंगलवार को पूरी तरह से थमी हुई नजर आई। नूंह शहर के अलावा बडकली चौक, पिनगवां, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका तथा तावडू शहर में पूरी तरह से बाजार बंद है और सन्नाटा पसरा हुआ है। शोभा यात्रा के दौरान सोमवार को दिन भर जिला मुख्यालय नूंह शहर सहित पूरे इलाके में वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। वाहनों में तोड़फोड़ भी की गई। जमकर गोलियां चली, पथराव भी हुआ।
नूंह हिंसा में अबक 4 लोगों की मौत की खबर सामने आ चुकी है और 30 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। कुछ लोगों को सोमवार को झड़प के समय पुलिस ने काबू में भी किया है। पुलिस का अतिरिक्त पुलिस बल नूंह जिला में पहुंच चुका है। रैपिड एक्शन फोर्स के जवान शहर में लगातार गश्त कर रहे हैं। हरियाणा पुलिस के जवान भी पूरी तरह से अलर्ट हैं। तकरीबन 1800 – 2000 जवान हालात पर काबू पाने के लिए जुटे हुए हैं।
गुरुग्राम–अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग से भले ही जली हुई गाड़ियों को जिला प्रशासन ने हटवा दिया हो, लेकिन अभी भी तस्वीरें गवाही दे रही हैं कि सोमवार को शोभा यात्रा के दौरान तस्वीरें डराने वाली थी। शहर में चारों तरफ सन्नाटा दिखाई दे रहा है। इलाके के लोग फिर से पुराने भाईचारे को बहाल करने के लिए कोशिश में जुटे हैं तो जिला प्रशासन ने भी 11 बजे एक बैठक बुलाई है। जिसमें दोनों समुदाय के मौजीज लोगों को बुलाया गया है।
हालांकि देर रात भी उपायुक्त प्रशांत पवार तथा नरेंद्र सिंह बिजारनिया आईपीएस ने इलाके के गणमान्य लोगों के साथ बैठक की थी और प्रशासन का सहयोग करने के साथ – साथ इलाके में शांति बहाल करने में मदद की अपील की थी। लोगों ने भी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को भरोसा दिलाया है कि जो सदियों पुराना भाईचारा है उसे बहाल करने में वह अपनी तरफ से जी तोड़ कोशिश करेंगे।
पुलिस प्रशासन अब आरोपियों को सबक सिखाने सबक सिखाने में जुट गया है। जिनकी वजह से यह सारा बवाल खड़ा हुआ है। शोभा यात्रा पर पथराव करने तथा आगजनी करने वालों की पहचान की जा रही है, तो इस नौबत को यहां तक पहुंचाने वाले लोगों पर भी सख्ती का डंडा जल्द सकता है। पूरे जिले के अलग – अलग खंडों में डयूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है।