मेघवाल ने पुलवामा हमले के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, पीबीएम में आई और आर वार्ड का किया निरीक्षण
बीकानेर@जागरूक जनता। राज्य सरकार द्वारा डॉ. भीमराव अम्बेडकर फाउंडेशन (अम्बेडकर पीठ) के महानिदेशक नियुक्त करने के बाद मदन गोपाल मेघवाल रविवार देर रात बीकानेर पहुंचे। मेघवाल ने सोमवार को सुबह सर्व प्रथम अम्बेडकर सर्किल पर पहुंचकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वे अपने समर्थकों व परिवार कैप्टन चन्द्र चौधरी सर्किल पर पहुंचे जहां पर उन्होंने आज ही दिन पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मेघवाल ने कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। इसके बाद मदन गोपाल मेघवाल ने पीबीएम अस्पताल पहुंचकर द मदर केयर ट्रस्ट द्वारा गोद लिये गये आई और आर वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से इलाज के बारे में जानकारी ली तथा अस्पताल में बेहरत सुविधाओं के लिये हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने आई और आर वार्ड में अपने ट्रस्ट द मदर केयर की ओर से करवाये जा रहे कार्याे की जानकारी ली तथा बाकी सभी कार्याे को जल्द पूरा करने के लिये कहा। इस दौरान पीबीएम अधीक्षक परमिन्द्र सिरोही व पन्नलाल चंदन उनके साथ रहे। मेघवाल इसके बाद सीधा सर्किट हाऊस पहुंचे जहां पर समर्थकों एवं कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान ओम जनागल, सुंदरलाल लूणा, सेल टैक्स ड्राईवर कानाराम, सर्किट हाऊस मैनेजर संदीप कुमार, कैलाश कड़ेला, टीकूराम मेघवंशी, एड. भीखाराम मेघवाल, चुन्नीलाल, बलवीर चांडासर, एड. संजय गोयल, कमल गोयल, मुलचंद कड़ेला, केशरीचंद देवड़ा, हंसराज बिश्नोई, अविनाश राठौड़ समेत अनेकजनों मेघवाल को माला पहनाकर एवं गुलदस्तें भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सर्किट हाऊस में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस मौके पर मेघवाल ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर फाउंडेशन (अम्बेडकर पीठ) की स्थापना 2007 में की गई थी तथा इसका मूर्तरूप 2008 में हुआ था। उन्होंने कहा कि इस पीठ का मुख्य उद्देश्य बाबा साहेब की अवधारणा व उनके विचारों पर शोध करना और उन शोध कार्यो से सरल भाषा में बाबा साहेब की विचारधारा को आमजन तक पहुंचाकर समाज में उन्नति, समानता लाने के मानवमुल्यों के विकास करना है। मेघवाल ने कहा कि यूजीसी को मान्यता दिलाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि यूजीसी को मान्यता दिलाने के लिये इस संस्था को दो साल तक चलाने सहत कुछ शर्ते है। इसके लिये हम राजस्थान यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू करके चलायेंगे।