
मेडागास्कर की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जस्टिन टोकेली के नेतृत्व में एक संसदीय शिष्टमंडल भारत दौरे पर आया है। इस शिष्टमंडल ने मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही का अवलोकन किया, जहां लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य सांसदों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष और मेडागास्कर संसदीय शिष्टमंडल के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस दौरान बिरला ने शिष्टमंडल को भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और संसदीय समितियों की भूमिका के बारे में जानकारी दी।
वहीं बैठक के दौरान भारत और मेडागास्कर के मजबूत ऐतिहासिक संबंधों पर भी चर्चा हुई। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच व्यापार, संस्कृति और आपसी संपर्क का सैकड़ों वर्षों का इतिहास रहा है। मेडागास्कर, हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का एक महत्वपूर्ण भागीदार है, और दोनों देशों की साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में सहायक है।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि भारत हमेशा भारतीय महासागर क्षेत्र के देशों के साथ सहयोग के लिए तैयार है और इसके लिए “SAGAR” (Security and Growth for All in the Region) दृष्टिकोण को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत आपदा के समय अपने पड़ोसी देशों की मदद करने में हमेशा अग्रणी रहा है और “वसुधैव कुटुंबकम” (संपूर्ण विश्व एक परिवार) के सिद्धांत का पालन करता है।
इसके अलावा, ओम बिरला ने लोक सभा के प्रशिक्षण संगठन PRIDE की क्षमताओं पर प्रकाश डाला और मेडागास्कर के सांसदों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पेशकश की। उन्होंने कहा कि यह पहल दोनों देशों के संसदीय संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी और उनके सांसदों को संसदीय प्रक्रियाओं और शासन व्यवस्था को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में भारतीय संसदीय दल के कई सांसदों, जिनमें रवि किशन भी शामिल रहे।