भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य नेसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान रामभद्राचार्य ने सेना प्रमुख से दक्षिणा में PoK यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की मांग की है।

चित्रकूट . भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में चित्रकूट में जगद्गुरु रामभद्राचार्य से चित्रकूट में उनके आश्रम में मुलाकात की थी। सेना प्रमुख ने आश्रम आश्रम का दौरा किया था और सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय में सिम्युलेटर मशीन का उद्घाटन किया था। सेना प्रमुख की यात्रा के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने उन्हें दीक्षा दी थी। अब रामभद्राचार्य ने खुलासा किया है कि उन्होंने दीक्षा बदले में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से क्या मांगा है। रामभद्राचार्य ने गुरुवार को खुलासा किया है कि उन्होंने सेना प्रमुख से दक्षिणा में पाक अधिकृत कश्मीर यानी PoK की मांग की है।
सेना प्रमुख को राम मंत्र के साथ मिली दीक्षा
सेना प्रमुख की यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बड़ी बात कही है। उन्होंन बताया- “मैंने उन्हें राम मंत्र के साथ वही दीक्षा दी जो भगवान हनुमान ने मां सीता से प्राप्त की थी और फिर लंका पर विजय प्राप्त की थी। मैंने उनसे दक्षिणा मांगी है, कि मुझे पीओके वापस चाहिए।”
सेना प्रमुख ने किया सिम्युलेटर मशीन का उद्घाटन
सद्गुरु सेवा केंद्र के एक सदस्य ने जानकारी दी है कि सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और सद्गुरु ने उनके केंद्र का दौरा किया है। उन्होंने बताया कि जगदगुरु और सेना प्रमुख ने चिकित्सा प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल होने वाली एक सिम्युलेटर मशीन देखी। पूरे भारत में, ऐसी केवल चार से पांच मशीनें हैं और मध्य प्रदेश में यह पहली मशीन है। उन्होंने मशीन का उद्घाटन किया।
सफल रहा भारत का ऑपरेशन सिंदूर
आपको बता दें कि बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों को मार डाला था। भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके बाद से पाकिस्तान ने भारतके जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक लगातार मिसाइल, ड्रोन और फाइटर जेट से हमला किया है। हालांकि, भारतीय सेना ने एयर डिफेंस की मदद से पाकिस्तान के सभी प्रयासों को विफल कर दिया है। इसके बाद भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के 11 एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड और कंट्रोल सेंटर और रडार स्थलों समेत कई प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया था। भारत के डर से पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और शांति की अपील करने लगा जिसके बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर हुआ।