कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने मीडिया से बातचीत में दिए संकेत, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के बयान के निकाले जा रहे हैं कई सियासी मायने, सियासी हलकों चर्चा, अल्बर्ट हॉल का नाम बदला तो फिर किसके नाम से होगी इमारत
जयपुर। राजधानी जयपुर के ह्दय स्थली के रूप में मशहूर ऐतिहासिक धरोहर अल्बर्ट हॉल म्यूजियम का नाम बदला जा सकता है। ऐतिहासिक पर्यटन स्थल का नाम बदलने की तैयारी गहलोत सरकार में जोरों पर चल रही है। इसके संकेत आज कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने प्रेसवाता के दौरान दिए हैं।
दौसा के लालसोट में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा जिसमें राहुल गांधी शामिल होंगे।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि जल्द से जल्द अल्बर्ट हॉल का नाम बदला जाए, अल्बर्ट क्वीन विक्टोरिया के पति थे और आज 2022 में अल्बर्ट नाम होना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी बात हुई और उम्मीद करता हूं कि जल्द से जल्द इसका नाम बदला जाएगा।
जयराम रमेश के बयान के सियासी मायने
राजधानी की जयपुर के हृदय स्थली के रूप में जाने जाने वाले अल्बर्ट हॉल का बदले जाने के के बयान को लेकर भी सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। सियासी हलकों में जयराम रमेश के बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
100 साल से भी पुराना इतिहास
अल्बर्ट हॉल का इतिहास करीब 100 साल से भी पुराना है, इसकी नींव 6 फरवरी 1876 को प्रिंस ऑफ वेल्स अल्बर्ट एडवर्ट की जयपुर यात्रा के समय रखी गई थी। इसका निर्माण महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय ने करवाया था। रामनिवास बाग के बीचो- बीच स्थित है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक जयपुर आते हैं।