एडटेक कम्पनी लीड बजट प्राइवेट स्‍कूलों में एडमिशंस बढ़ाने और स्‍टूडेंट्स की पढ़ाई को देगी बढ़ावा

राज्‍य में 55% लीड पावर्ड स्‍कूल भारत के टॉप बजट प्राइवेट स्‍कूलों की रैंकिंग में आए

अलवर @ jagruk janta. एडमिशन का सीजन आते ही पेरेंट्स अपने बच्‍चों के लिये सही स्‍कूल चुनने और उनके शैक्षणिक भविष्‍य सुनिश्चित करने काे लेकर दुविधा में हैं। काेराेना महामारी के चलते यह फैसला और कठिन हाे गयाहै। पिछले कुछ महीनों में कुछ राज्‍यों ने स्‍कूल खोले हैं लेकिन कुछ स्‍टूडेंट्स पिछले 20 महीनों से स्‍कूल नहीं गये हैं जिससे बजट स्‍कूलों पर बुरा प्रभाव पडा़ है। सबसे निचले आर्थिक वर्गों से आने वाले बच्‍चों की पढ़ाई में ज्‍यादा अन्तर आया है। प्रमुख स्‍कूल एडटेक कंपनी लीड 400 से ज्‍यादा शहरों में 3000 से ज्‍यादा बजट प्राइवेट स्‍कूलों को सेवा प्रदान करती है और भारत में स्‍कूली शिक्षा के कायाकल्‍प में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इससे भी ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण है कि कंपनी 12 लाख से ज्‍यादा स्‍टूडेंट्स के लिये पढ़ाई की कमी को पूरा कर रही है। कंपनी अपने इंटीग्रेटेड लर्निंग सिस्‍टम के माध्‍यम से राजस्‍थान में विभिन्‍न शहरों के 110 स्‍कूलों में 46,800 से ज्‍यादा स्‍टूडेंट्स को सशक्‍त कर रही है। स्‍कूल में होने वाली पढ़ाई देश के 270 मिलियन स्‍टूडेंट्स की पढ़ाई के परिणामों को प्रभावित करने में महत्‍वपूर्ण है जिनमें से ज्‍यादातर स्‍टूडेंट्स कम शुल्‍क वाले या बजट प्राइवेट स्‍कूलों पर भरोसा करते हैं। ऐसे स्‍कूलों की कोशिशों को सराहते हुए एज्‍युकेशन वर्ल्‍ड मैगजीन ईडब्‍ल्‍यू इंडिया बजट प्राइवेट स्‍कूल रैंकिंग्‍स लेकर आई है। इस साल इस रैंकिंग में शामिल राजस्‍थान के 22 स्‍कूलों में से 12 लीड पावर्ड स्‍कूल थे। यह अवार्ड उन स्‍कूलों को दिया जाता है जो कम आय वाले परिवारों के बच्‍चों को विश्‍व में सबसे प्रतिस्‍पर्द्धी मूल्‍य पर प्राइवेट स्‍कूल की शिक्षा देते हैं।

अलग तरीके से तैयार किये गये उत्‍कृष्‍ट शिक्षा के 5 संकेत

  1. अंतर्राष्‍ट्रीय मानक का पाठ्यक्रम, जिसमें सिंगापुर, कनाडा और अमेरिका के स्‍कूलों सहित दुनिया में सर्वश्रेष्‍ठ स्‍कूलों के बराबर पढ़ाई होती है।
  2. स्‍मार्ट टीवी, टैबलेट और एक्टिविटी किट्स वाले स्‍मार्ट क्‍लासरूम।
  3. सुपर टीचर्स को लीड के विशेषज्ञ प्रशिक्षित करते हैं और उन्‍हें तैयार संसाधनों वाले टैबलेट से सहयोग मिलता है।
  4. लीड स्‍टूडेंट एप के साथ घर पर विश्‍व-स्‍तरीय पढ़ाई, जिसमें एक समर्पित पेरेंट सेक्‍शन भी है, जो बच्‍चे की प्रगति पर नजर रखता है।
  5. असीमित मौके, जो सेलीब्रिटी मास्‍टरक्‍लासेस, भारत की सबसे बड़ी स्‍टूडेंट चैम्पियनशिप और स्‍टूडेंट्स द्वारा संचालित कॉन्‍फ्रेंसेस के साथ स्‍टूडेंट्स के लिये अवसरों की दुनिया के दरवाजे खोलते हैं।

उत्‍कृष्‍ट शिक्षा के 5 संकेत स्‍टूडेंट्स को पढ़ाई का संपूर्ण अनुभव देते हैं। महामारी के बावजूद लीड मास्‍टरक्‍लास सीरीज ने स्‍टूडेंट्स को कई सेलीब्रिटीज से बात करने और सीखने का मौका दिया है जैसे कि लेखक चेतन भगत, टेनिस की मशहूर खिलाड़ी सानिया मिर्जा और महान क्रिकेटर सुनील गावस्‍कर, आदि। लीड ने लॉकडाउन के दिनों में घर से पढ़ाई के लिये पहल की थी। तब से सभी लीड पावर्ड स्‍कूलों ने ऑनलाइन-ऑफलाइन पढ़ाई का एक हाइब्रिड मोड अपनाया है, जिससे स्‍टूडेंट्स के शैक्षणिक प्रदर्शन को सुधारने में स्‍कूलों, टीचर्स और पेरेंट्स की भूमिका को मजबूती मिली है। बजट प्राइवेट स्‍कूलों में एडमिशंस बढ़ाने के लिये लीड ने भारत की सबसे बड़ी स्‍कूल डायरेक्‍टरी बनाई है जहां पैरेन्ट्स https://leadschool.in/ को विजिट करके बच्चाे के लिए अपना नजदीकी स्‍कूल खोज सकते है।लीड की शुरूआत 2012 में सुमीत मेहता और स्मिता देवरा ने भारत में स्‍कूली शिक्षा के कायाकल्‍प के मिशन से की थी। यह टेक्‍नोलॉजी, पाठ्यक्रम और अध्‍यापन को मिलाकर शिक्षा देने और पढ़ाई करने के लिये एक एकीकृत प्रणाली बनाती है जिससे देशभर के स्‍कूलों में स्‍टूडेंट की पढ़ाई के परिणाम और टीचर का परफॉर्मेंस बेहतर होता है। वर्तमान में लीड 400 से ज्‍यादा शहरों में 3000 से ज्‍यादा स्‍कूलों को सेवा देते हुए 25,000 से ज्‍यादा टीचर्स को सशक्‍त कर रही है।

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