- कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने कहा था, राममंदिर के लिए चंदा लेने कुछ लोग मेरे पास भी आए थे लेकिन मैंने मना कर दिया
- कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल ने कहा, राम देश की संस्कृति के प्रतीक, मर्यादा पुरुषोत्तम राम के मंदिर के लिए तो बिन मांगे सहयोग करना चाहिए
जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने जिस दिन राम मंदिर के लिए चंदा नहीं देने का बयान दिया था, उसी दिन राजधानी में उनकी पार्टी के नेता सीताराम अग्रवाल ने राम मंदिर के लिए 5 लाख, 11 हजार, 111रुपए का चंदा दिया। सीताराम अग्रवाल ने चेक के जरिए राम मंदिर के लिए चंदा राशि दी है। अग्रवाल विद्याधर नगर सीट से कांग्रेस के टिकट पर 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रह चुके हैंं। अग्रवाल ने अपनी फर्म के नाम से राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के लिए सहयोग राशि का चेक दिया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने 2 फरवरी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, राम मंदिर के लए चंदा लेने कुछ लोग मेरे पास भी आए थे लेकिन मैंने मना कर दिया। पवन बंसल से कांग्रेस के अग्रिम संगठन एनएसयूआई द्वारा राम मंदिर के लिए किए जा रहे एक रुपए राम के नाम अभियान को लेकर सवाल पूछा गया था, उस सवाल के जवाब में बंसल ने चंदा नहीं देने का बयान दिया था। बंसल के इस बयान पर विवाद भी हुआ था। अब कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल के राम मंदिर के लिए योगदान देने से बंसल के बयान की फिर से चर्चा होने लगी है।
उधर, सीताराम अग्रवाल ने राममंदिर निर्माण के दी गई सहयोग राशि को राम के प्रति आस्था का मामला बताया है। इससे पहले परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास भी रामंमदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट और तीन माह का वेतन देने की घोषणा कर चुके हैं।
राम सबके हैं, राम देश की संस्कृति के प्रतीक: सीताराम अग्रवाल
कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल ने कहा, राम सबके हैं, राम देश की बहुलवादी संस्कृति के प्रतीक हैं, इस देश के जनमानस में राम से बड़ा न कोई है और न होगा। राम जैसी सर्वव्यापी आस्था दुर्लभ है, ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है तो तो बिन मांगे सहयोग करना चाहिए। इसी भावना से मैंने एक छोटा सा सहयोग किया है। राम में मेरी आस्था है और आस्था के आगे कोई विचारधारा आड़े नहीं आती। भगवान राम इस देश के हर नागरिक के दिल और दिमाग में है, राम से बड़ा राम का नाम है।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां तो अभिवादन ही राम राम या जय सियाराम से शुरू होता है, आपको बहुत से गैर हिंदू भी राम-राम का अभिवादन करते मिल जाएंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन बंसल के राम मंदिर का चंदा देने से मना करने के सवाल पर अग्रवाल ने कहा, राम में आस्था होना मेरा निजी मसला है, आस्था में राजनीति को बीच में नहीं लाया जाना चाहिए, हर व्यक्ति अपना अलग नजरिया है। बड़े नेताओं के बयान पर टिप्पणी करना मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है।