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‘दिव्यांगÓ शब्द की सार्थकता!

शिव दयाल मिश्रादुनियां में एक-दूसरे से सम्पर्क करने के लिए भाषा का जन्म हुआ। पृथ्वी पर सैकड़ों देश हैं। उन देशों में अपनी-अपनी भाषा...

सामाजिक समरसता भी मिलती है टेंट की दुकान में!

शिव दयाल मिश्राबहुत बातें होती हैं सामाजिक समरसता की। मगर दिखाई देने की बात करें तो वह सिर्फ एक ही जगह मिलती है और...

पति-पत्नी और ‘मैंÓ!

शिव दयाल मिश्रासंसार में प्रारंभ से ही प्रेम और लड़ाई चलती आई है और आगे भी चलती रहेगी। प्रारंभ में देव और दानवों में...

एक के बाद एक परीक्षा देता बेचारा अभ्यर्थी, पेपर आउट!

शिव दयाल मिश्राहिन्दू धर्म में श्रीमद्भागवत गीता एक ऐसा ग्रंथ है जिसमें ईश्वर, कर्म, फल, ज्ञान, जीवन के बारे में बहुत ही विस्तृत और...

रेलवे यात्रा में कोच ‘डीÓ ढूंढ़ते रह जाओगे आगे है या पीछे!

शिव दयाल मिश्राजब से कोरोना महामारी फैली है तभी से बहुत सारी व्यवस्थाओं में बदलाव हुआ है। उन्हीं बदलावों में एक बदलाव रेलवे सेवाओं...

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