राजस्थान में ‘बीफ मंडी’ लगने का मामला, किशनगढ़बास थाने में तैनात 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड


राजस्थान के अलवर जिले से लगते मेवात क्षेत्र में गौ-तस्करी और गोकशी का मामला सामने आने के बाद पुलिस कर्मचारियों पर गाज गिरी। जयपुर…

अलवर। राजस्थान के अलवर जिले से लगते मेवात क्षेत्र में गौ-तस्करी और गोकशी का मामला सामने आने के बाद पुलिस कर्मचारियों पर गाज गिरी। जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने किशनगढ़बास थाने में तैनात 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया और कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों को लाइन हाजिर भी कर दिया गया है।

बता दें कि शनिवार को पुलिस को गौ-मांस बेचने की जानकारी मिली थी। यहां अलवर से करीब 60 किलोमीटर दूर पहाड़ों के बीच गौ-मांस की मंडी लग रही है। मामला सामने आने के बाद रविवार सुबह जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता और खैरथल-तिजारा एसपी सुरेंद्र ​सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जंगलों में छापेमारी की। यहां गोवंश के अवशेष देख वे खुद हैरान गए। पुलिस टीमें किशनगढ़बास क्षेत्र के रूंध गिदावड़ा में पहुंची तो वहां गायों की खाल और हड्डियां मिलीं।

जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने बताया कि 4 जिलों में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाने के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। किशनगढ़ बास इलाके में गोकशी और बीफ बेचने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस ने इनके पास से मीट बरामद किया था और इसे टेस्ट के लिए भेजा गया।

वहीं किशनगढ़ बास पुलिस थाने के उन चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया जो उस वक्त ड्यूटी पर थे। सूत्रों ने कहा कि एक ASI, एक हेड कॉन्स्टेबल और दो कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा SHO समेत कुछ अन्य अफसरों को थाने से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस पुलिस स्टेशन में 38 पुलिसकर्मी थे।

वहीं इस पूरे मामले में सोमवार को वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा किशनगढ़बास पहुंचे। यहां पुलिस और प्रशासन के सर्च ऑपरेशन के बाद भी बीहड़ में गौकशी के लिए गायें मिलीं। मंत्री ने बीहड़ में गोकशी के लिए बंधे 8 गौवंश को मुक्त कराया। इसके साथ मौके पर बने अवैध मकान व खेत पर बुलडोजर चलाया और बिजली कनेक्शन काटे गए।

खैरथल-तिजारा एसपी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि एक स्टिंग ऑपरेशन में तस्कर खुलेआम गायों का मांस होम डिलीवरी करने तक की बात कह रहे थे। मामला उजागर होने के बाद किशनगढ़बास डीएसपी सुरेश कुडी और थाना प्रभारी दिनेश मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने रूंध गिदावड़ा और बिरसंगपुर में 10 किलोमीटर में घरों और जंगल में बने ठिकानों पर दबिश दी।

खैरथल-तिजारा एसपी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 20 से 25 लोगों के खिलाफ नामजद गोकशी का मुकदमा दर्ज किया गया है। बीहड़ में इनकी तलाश की, लेकिन वह फरार हो गए। दर्जनभर से अधिक बाइक और पिकअप भी बरामद की है।

मंत्री बोले-आरोपियों पर होगी कार्रवाई
मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि आरोपियों को नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने मामले में शामिल अधिकारी, कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की बात कहीं। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन के सर्च ऑपरेशन के बाद भी गौवंश का बंधे हुए मिलना पुलिस और प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। मौके पर सरकारी जमीन पर कब्जा कर हो रही खेती को लेकर पटवारी और तहसीलदार को भी लताड लगाई। सरकारी जमीन में बने मकान और उसमें बिजली कनेक्शन को देखकर मंत्री ने बिजली विभाग के सहायक अभियंता दिनेश भड़ाना से जवाब मांगा और सभी बिजली कनेक्शन को तुरंत हटाने के निर्देश दिए।


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