जनकल्याण के लिए क्या सरकार आपकी निजी
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पिण्डवाडा. समीपवर्ती ग्राम झाडोली-सिवेरा मार्ग पर ग्राम पंचायत ने नियमो के विरूध आम रास्ता पर पट्टा जारी करने के मामले को लेकर महेन्द्र गर्ग निवासी झाडोली ने प्रमुख सचिव, लोकायुक्त सचिवालय शासन सचिवालय जयपुर के समक्ष परिवेदना दर्ज कर जांच करवाने की मांग थी, जिसको लेकर लोकायुक्त ने न केवल प्रकरण को गंभीरता से लिया, बल्कि जांच भी शुरू करवा दी है। वही परिवादी गर्ग ने प्रमुख सचिव को बताया कि प्रकरण संख्या 12(234) एल.ए.एस./2023 के संर्दभ में ग्राम की तरफ से राजस्थान सम्पर्क पार्टल आईडी 03213639692653 के तहत गत दिनांक 24 मार्च 2021 को ग्राम पंचायत झाडोली ने अपने जवाब में लिखा था कि विकास अधिकारी (प्रशासन) पंचायत समिति द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार मौका निरीक्षण कर कार्य रूकवाने हेतु नोटिस जारी किया गया। और मौके पर कार्य बंद करवाया। नोटिस द्वारा पट्टा या दस्तावेज कब्जे संबधित अतिक्रमण चिन्हीकरण किया जाकर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही अमल में लाने को कहां गया था, लेकिन पट्टाधारक मोहन सिंह पुत्र चिमन सिंह जाति राजपूत ने ग्राम पंचायत से मिलकर आमरास्ते की भूमि को हडपने के लिए योजना बनाई और अपने परकोटे के बहार अवैध निर्माण शुरू कर दिया। जिसकी ग्राम विकास अधिकारी ने निरीक्षण किया था, और ग्राम पंचायत ने अतिक्रमी को नोटिस के मार्फत हटाने के निर्देश दिये गये थे, लेकिन अप्रार्थी मोहन सिंह ने जिला न्यायधीश के समक्ष योजना के तहत एक परिवाद पेश किया। और कुछ माह बाद ग्राम पंचायत से मिलीभगत कर जिला न्यायधीश में झुठे शपत्र पत्र एवं कथन के जरीये, दोनो पक्षों सहमति बनी कि अप्रार्थी को ग्राम पंचायत पट्टा जारी करें, लेकिन हकीकत पुरे गांव व फोटो से साफ जाहीर है कि जनवरी वर्ष 2021 में परकोट के सामने किसी प्रकार का कोई अतिक्रमण नहीं था, तो कुछ ही माह में कैसे पुरानी अतिक्रमण हो गया! और आनन-फानन दुकानो को निर्माण करवाकर, बाजार दर से बेचान भी शुरू हो गया। इस मामले में करोडो रूपये का भ्रष्ट्राचार प्रशासन के समक्ष हो गया, लेकिन प्रशासन ने अपनी आंखे बंद रखी, लेकिन अब इस मामले पर लोकायुक्त गंभीर है।

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