जयपुर। रेप में नंबर वन होने के पीछे राजस्थान को ‘मर्दों का प्रदेश’ बताने संबंधी संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के बयान पर BJP विधायकों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। हंगामे के बीच अखबार की कटिंग लहराने पर तीन विधायकों को स्पीकर ने मार्शल से सदन से निकलवाने का आदेश दिया। इस पर धक्का मुक्की हुई। दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। शांति धारीवाल ने सदन में दो बार माफी मांगी। तीन विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश वापस लेने के बाद सदन का गतिरोध् दूर हुआ।
सदन में अखबार की कटिंग लहराने पर स्पीकर ने RLP विधायक नारायण बेनीवाल, पुखराज गर्ग और बीजेपी विधायक को मार्शल से बाहर निकलवाने का आदेश दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही को एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। इस बीच, मार्शल दोनों विधायकों को बाहर निकालने आए तो बीजेपी विधायकों ने घेरा बना लिया। इस पर सदन में मार्शलों और बीजेपी विधायकों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। फिर नाराज विधायक सदन में धरने पर बैठ गए।
सुबह 11 बजे जैसे ही प्रश्नकाल से सदन की कार्यवाही शुरू हुई, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने धारीवाल के बेतुके बयान का मामला उठाया। इसके बाद शांति धारीवाल ने सदन में खड़े होकर बयान के लिए माफी मांगी और कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी। बीजेपी विधायक धारीवाल के माफी मांगने से संतुष्ट नहीं हुए। वेल में आकर हंगामा-नारेबाजी करने लगे। स्पीकर के चेताने के बाद भी बीजेपी विधायक नहीं माने और लगातार हंगामा जारी रहा। इसके चलते आधा प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया।
सदन में धक्का-मुक्की
स्पीकर के आदेश पर सदन में मार्शल बुला लिए गए। बीजेपी विधायकों ने दोनों विधायकों को घेरकर सुरक्षा घेरा बना लिया। इस दौरान सदन में मार्शल्स और बीजेपी विधायकों के बीच धक्का-मुक्की हुई। नाराज बीजेपी विधायक सदन की वेल में धरने पर बैठ गए।
धारीवाल ने माफी मांगी, कहा- कल मेरे मुंह से गलत शब्द निकल गए, इसका मुझे खेद है
संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कल के बयान पर विधानसभा में माफी मांगी, खेद प्रकट किया। धारीवाल ने कहा, ‘कल पुलिस की अनुदान मांगों पर जब जवाब दे रहा था तो कुछ शब्द मेरे से गलत निकल गए। इसका अहसास होते ही संबोधन के दौरान ही मैंने सभापति से उन्हें कार्यवाही से हटाने का अनुरोध किया था। गलत शब्द स्लिप ऑफ टंग थे। इसका मुझे खेद है। दरअसल राजस्थान मरु प्रदेश है। इसके बारे में कुछ कहना चाहता था, लेकिन स्लिप आफ टंग के कारण गलत शब्द निकल गए। मैं व्यक्तिगत तौर पर महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूं और करता रहूंगा। यदि मेरे शब्दों से ठेस लगी है तो मैं माफी मांगता हूं।’
स्पीकर ने कहा- इन्हें बाहर फेंकिए, जो होगा देखा जाएगा
विधानसभा में हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चल रहा थाा। मंत्री अशोक चांदना सवाल का जवाब दे रहे थे, इसी दौरान आरएलपी विधायक और बीजेपी विधायक सदन में तख्तियां लेकर आ गए। स्पीकर ने उन्हें तख्तियां बाहर रखने को कहा, लेकिन नहीं माने। कुछ देर बाद फिर तख्तियां लेकर आगे बढ़े तो स्पीकर ने मार्शल बुलाने की चेतावनी दी। कुछ देर बाद स्पीकर ने आरएलपी विधायक नारायण बेनीवाल और पुखराज गर्ग को मार्शल से बाहर निकलवाने का आदेश दिया। स्पीकर ने कहा कि इन दोनों को बाहर फेंकिए, जो होगा देखा जाएगा। इसके बाद एक घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। दूसरी बार सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा तो आधे घंटे फिर कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
धारीवाल ने दूसरी बार माफी मांगी
तीसरी बार 1 बजकर 4 मिनट पर सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने स्पीकर के आदेश की पालना में तीनों विधायकों को कुछ देर सदन से बाहर जाने काे कहा। कटारिया ने स्पीकर से तीनों विधायकों को बाहर निकालने का आदेश वापस लेने का आग्रह किया। स्पीकर ने तीनों विधायकों को बाहर निकालने का आदेश वापस लिया, शांति धारीवाल ने दूसरी बार अपने बयान के लिए सदन में माफी मांगी। इसके बाद सदन में बना गतिरोध दूर हुआ और सदन में स्वास्थ्य और आबकारी की अनुदान मांगों पर बहस शुरू हुई।