पणजी। BJP के अतानासियो मोनसेराटे उर्फ बाबुश ने पूर्व CM और BJP के दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल को 710 वोटों से हराया।
देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में एक बार फिर BJP की सरकार बनने के आसार हैं। पार्टी के नेता आज ही राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई से मिलकर सरकार बनाने का दावा करेंगे। BJP ने तीन निर्दलीय उम्मीदवारों से भी समर्थन मिलने का दावा किया है। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।
राजय में BJP 19 सीटों पर आगे चल रही है। पणजी सीट से BJP के अतानासियो मोनसेराटे ने 710 वोटों से जीत गए हैं। उन्होंने पूर्व CM मनोहर पर्रिकर के बेटे और निर्दलीय उम्मीदवार उत्पल को शिकस्त दी। उधर, कांग्रेस 12, MGP+ 3 और AAP 2 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य उम्मीदवार 4 सीटों पर लीड कर रहे हैं।
अपडेट्स…
- तिविम से BJP के नीलकंठ रामनाथ 2018 वोटों से जीते। उन्होंने कांग्रेस के कांग्रेस के लोत्लिकर को हराया।
सांकेलिम से CM प्रमोद सावंत 604 वोटों से आगे हो गए हैं। - दूसरे राउंड के बाद डिप्टी CM चंद्रकांत कवलेकर क्वेपम सीट से 1422 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
- कांग्रेस के दिग्गज नेता दिगंबर कामत मारगांव सीट से 5,849 वोटों से लीड कर रहे हैं।
- TMC और MGP गठबंधन 4 सीटों पर कड़ी टक्कर दे रहा है। मौजूदा रुझानों में इन्हें 10 सीटें आने की उम्मीद है।
पोंडा से BJP के रवि नाइक पीछे चल रहे हैं। - गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई फटोरदा सीट से 1500 वोटों से आगे चले रहे हैं।
- वालपोई से विश्वजीत राणे 1300 और उनकी पत्नी देविया विश्वजीत राणे पोरियम सीट से 2600 वोटों से आगे हैं।
कैलेंगुट में कांग्रेस के माइकल लोबो बढ़त बनाए हुए हैं। - पिछली बार BJP ने कांग्रेस से 4 सीटें कम लाकर भी सरकार बना ली थी
- गोवा में पिछली बार त्रिशंकु विधानसभा थी। कांग्रेस को 17 और भाजपा को 13 सीटें मिली थीं। लगभग तय था कि कांग्रेस निर्दलियों की मदद से सरकार बना लेगी, लेकिन भाजपा ने पहले दावा कर दिया और सत्ता हथियाने में कामयाब हो गई। इससे सबक लेते हुए इस बार कांग्रेस ने नतीजों से तीन दिन पहले होटल में अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर दी। पार्टी के सीनियर लीडर पी. चिदंबरम और डीके शिवकुमार यहां मौजदू हैं।
- इस बार 301 उम्मीदवारों ने यहां चुनाव लड़ा। इनमें BJP के 40, कांग्रेस के 37, AAP के 39, TMC के 26, MGP के 13 और निर्दलीय 68 कैंडिडेट्स हैं। 11.56 लाख वोटर्स ने इनकी हार-जीत का फैसला EVM में दर्ज किया है।