कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आहट के बीच केरल से आई बड़ी खबर, कोविड के बढ़ते मामलों को बीच दो दिन के लॉकाउन का एलान, केंद्र ने भेजी एक्सपर्ट्स की टीम, हाई पॉजिटिविटी क्षेत्रों का करेगी दौरा
नई दिल्ली। देशभर में भले ही कोरोना वायरस ( coronavirus In India ) के नए मामलों में कमी देखने को मिल रही हो, लेकिन केरल ( Coronavirus In Kerala ) में इस महामारी का कहर लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश की करीब 66 फीसदी जनसंख्या अब कोरोना की चपेट में आ चुकी है। यही वजह है कि प्रदेश सरकार ने दो दिन के लिए संपूर्ण लॉकडाउन ( Complete Lockdown ) का ऐलान किया है।
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए केरल सरकार ने 31 जुलाई और 1 अगस्त को राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का एलान किया है। वहीं केंद्र ने राज्य सरकार की मदद के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भेजी है।
देशभर में आ रहे कुल केस में से 50 फीसदी केस केरल से है, जिसके बाद केरल में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। केरल में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक की अध्यक्षता में छह सदस्यीय टीम केरल भेजी है।
एक्सपर्ट्स की यह टीम राज्य सरकार के साथ मिलकर कोरोना वायरस पर काबू पाने में मदद करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी दी है।
केरल में कोरोना का हाल
केरल में कोरोना के हालातों की बात करें तो बुधवार को कोविड-19 के 22,056 नए मामले सामने आए। इसमें संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 33,27,301 हो गई, जबकि 131 और लोगों की मौत होने के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,457 हो गई। बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने हाल ही में केरल में मनाए गए ईद को ‘सुपर स्प्रेडर इवेंट्स’ बताते हुए राज्य सरकार को पत्र लिखा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालने करने की आवश्यकता है।
त्योहार/सामाजिक समारोह के दौरान कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन कराए जाने की जरूरत है ताकि महामारी पर काबू पाया जा सके। बता दें कि केरल सरकार ने ईद के दौरान राज्य में लॉकडाउन में ढील दे दी थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी नाराजगी जताई थी।
ये हैं केरल के सबसे प्रभावित जिले
केरल के 10 से ज्यादा जिले कोरोना के कहर से प्रभावित हैं, इनमें मलप्पुरम में 3931 मामले सक्रिय हैं, जबकि त्रिशूर में 3005, कोझिकोड में 2400, एर्नाकुलम में 2397, पलक्कड़ में 1649, कोल्लम में 1462, अलाप्पुझा में 1461, कन्नूर में 1179, तिरुवनंतपुरम में 1101 और कोट्टायम में 1067 मामले सामने आए हैं।