नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को बजट भाषण के दौरान विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कृषि बिलों को वापस लेने के लिए वेल में आकर नारे लगाए। जिसके बाद सदन से वॉकआउट किया। इस दौरान उनके साथ एक पट्टी भी मौजूद रही
नागौर। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को बजट भाषण के दौरान विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कृषि बिलों को वापस लेने के लिए वेल में आकर नारे लगाए। जिसके बाद सदन से वॉकआउट किया। इस दौरान उनके साथ एक पट्टी भी मौजूद रही। जिस पर लिखा था कि ‘किसानी मारने वाले काले कानून को वापिस लो।’ उन्होंने कहा किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे।
बेनीवाल ने कहा कि किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने के लिए मैने आज वेल में जाकर नारेबाजी की। प्रधानमंत्री जी किसानों ने आपको बड़ी उम्मीद के साथ वोट किया था। किसानों पर आप जिस तरह का अन्याय कर रहे हैं वो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसलिए हमने बजट भाषण से वॉकआउट किया। करीब 5 से 10 मिनट तक सदन में नारेबाजी की। इसमें कृषि कानूनों को जमकर विरोध किया गया। इस दौरान अकाली दल ने भी सदन से वॉकआउट किया।
अकाली दल ने भी किया विरोध
अकाली दल की हरसिमरत कौर ने कहा कि जिस दिन ये कानून आया, उस दिन ही इसका विरोध किया। लगातार तीन महीने से कहते रहे कि किसानों से बात करें। इस बिल के विरोध में हम दोनों ने वोट डाले। किसान आज ठंड में संघर्ष कर रहा है। मन की बात में उसका जिक्र तक नहीं किया गया। तिरंगे का अपमान हुआ सभी को दुख है। 100 किसान मर गए उनके प्रति कोई सहानूभूति नहीं है। ऐसी क्या मजबूरी है कि तीनों कानून वापस नहीं हो सकते।