घर-घर औषधि योजना के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक आयोजित, आवश्यक तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के दिए निर्देश
बीकानेर@जागरूक जनता। घर-घर औषधि योजना के संबंध में कार्यवाहक जिला कलक्टर अरूण प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई।
शर्मा ने बताया कि घर-घर औषधि योजना के तहत प्रत्येक परिवार को तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, कालमेघ के 8-8 पौधों का वितरण करवाया जाएगा। इसके तहत पहले और दूसरे वर्ष पचास-पचास, तीसरे वर्ष सौ तथा चैथे और पांचवे वर्ष पचास-पचास प्रतिशत परिवारों को यह पौधे निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे।उन्होंने इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाकर पौधों के परिवहन एवं वितरण स्थलों के चिन्हीकरण, वितरण व्यवस्थ तथा विभिन्न विभागों से सहयोग के सम्बन्ध में जाना तथा कहा कि आपसी समन्वय रखते हुए आवश्यक तैयारियां समय रहते पूर्ण कर ली जाएं।
उन्होंने बताया कि घर-घर औषधि योजना की सम्पूर्ण मान्टिरिंग जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा की जाएगी व विकास अधिकारियों द्वारा वन विभाग की 25 नर्सरियों से ग्राम पंचायत स्तर तक पौधे पहुँचाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आमजन में जन जागरूकता के लिए पौधों के गुणों और खूबियों के बारे में जानकारी साझा की जाए। पौधों के रख-रखाव एवं पानी आदि की व्यवस्था की जाए। पौधे रखने के लिए वार्ड वाइज स्थान चिन्हित किया जाए। इन सभी कार्यों के लिए एक्शन प्लान तैयार करें। उन्होंने बताया कि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ब्लाॅक स्तर पर ब्लाॅक स्तरीय कमेटी तथा ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत स्तरी कोर ग्रुप कमेटी को अधिकृत किया गया है।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में वार्डवाइज चिन्हीकरण किया जाए तथा स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए। पौधे वितरण एवं स्थान चिन्हीकरण का कार्य आमजन को साथ लेकर किया जाए। लोगों को अधिक से अधिक जागरूक कर औषधीय पौधे लगाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के पीईईओ द्वारा बैठक बुलाई जाकर उन्हें योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए। बैठक में उपवन संरक्षक वी.एस. जोरा ने योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा योजना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गई। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक शारदा चैधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ओ.पी. चाहर, पशुपालन विभाग के उप निदेशक डाॅ. रमेश दाधिच, जिला शिक्षा अधिकारी, कृषि, आयुर्वेद एवं वन विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।