भाजपा ने पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी कई नेताओं पर कार्रवाई होना बाकी है। इसे लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि जहां पार्टी को लगेगा, कार्रवाई करेंगे। अगर आपके हिसाब से कार्रवाई करेंगे तो सूची लंबी हो जाएगी। कार्रवाई कब होगी इसके लिए देखते रहिए आज तक, इंतजार कीजिए कल तक।
जागरूक जनता नेटवर्क
जयपुर। भाजपा ने पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी कई नेताओं पर कार्रवाई होना बाकी है। इसे लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि जहां पार्टी को लगेगा, कार्रवाई करेंगे। अगर आपके हिसाब से कार्रवाई करेंगे तो सूची लंबी हो जाएगी। कार्रवाई कब होगी इसके लिए देखते रहिए आज तक, इंतजार कीजिए कल तक।
भाजपा मुख्यालय पर पूनियां ने प्रेस वार्ता में रोहिताश्व शर्मा के कोरोना काल में कार्यकर्ताओं के काम नहीं करने के आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ता फील्ड में नहीं गए तो 600 कार्यकर्ताओं की मौत कैसे हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के कामों की तारीफ की है। भाजयुमो के सोशल मीडिया कार्यक्रम को पार्टी ने सराहा है। उनका यह आरोप पार्टी के कार्यकर्ताओं का अपमान है। उन्होंने नेताओं को फिर चेताया कि बयानबाजी से बचना चाहिए। अगर कोई बात है तो पार्टी के फोरम पर उसे रखना चाहिए। आपातकाल की 46वीं बरसी पर हुई प्रेस वार्ता में पूनियां कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने फोन टैपिंग, जासूसी सहित कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा।
एक नोटिस से ही कांग्रेस इतनी हिल गई, कार्रवाई हो गई तो क्या होगा
मुख्य सचेतक महेश जोशी को दिल्ली क्राइम ब्रांच के नोटिस पर मचे बवाल को लेकर भी पूनियां ने कहा कि एक नोटिस से ही कांग्रेस हिल गई है। कार्रवाई होगी तो क्या होगा। फोन टैपिंग, जासूसी, सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया। उनके अपने लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं। प्रतिशोध की राजनीति की शुरुआत कांग्रेस ने की हैं ये सारा किस्सा कर्सी का है। कुर्सी सुरक्षित रहे। बाकी चीज सुरक्षित रहे या ना रहे, इस बात पर कोई ध्यान नहीं है।
एफआर लगा दी तो वॉयस सैम्पलिंग क्यों ?
मुख्य सचेतक महेश जोशी के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के वॉयस सैम्पलिंग नहीं देने के आरोपों पर पूनियां ने कहा कि जब मामले में एफआर लगा दी तो वे सैम्पलिंग के लिए क्यों बुलाना चाहते हैं।
पॉर्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है नाम, कोई झगड़ा नहीं
भाजपा में चेहरे को लेकर चल रही खींचतान पर पूनियां ने कहा कि हमारे यहां नेतृत्व को लेकर कोई झगड़ा नहीं है। जब प्रभारी ने कह दिया कि पॉर्लियामेंट्री बोर्ड चेहरा तय करता है तो वो जिसे बनाएंगे, उसके पीछे हम चलेंगे।
तीसरी लहर की कोई प्रामाणिक जानकारी नहीं, इंतजार करना चाहिए
कोरोना में पंचायत चुनाव को लेकर पूनियां ने कहा कि निगम के चुनाव न्यायालय के निर्देश से हुए थे। इसके बाद न्यायालय ने परिस्थितयां देखी और कहा कि चुनाव उचित नहीं है। जब चर्चा चली तो पीसीसी चीफ और हमने कहा कि कोरेना के कारण चुनाव प्राथमिकता नहीं है। अब चुनाव आयोग को तय करना है, चुनाव जरूरी है या नहीं है। तीसरी लहर को लेकर प्रामाणिक तौर पर कोई जानकारी नहीं है। इसलिए अभी इंतजार करना चाहिए।
कांग्रेस ने इतिहास से सबक नहीं लिया
इससे पहले आपातकाल को लेकर पूनियां ने कहा कि आजादी के बाद दूसरा सबसे बड़ा संघर्ष आपातकाल का था। आज आपातकाल के 46 वर्ष पूरे हो गए। इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र पर चोट की थी। बेगुनाहों को जेल में ठूंसा गया। आखिर 1977 में आपातकाल को वापस लेना पड़ा। मगर कांग्रेस ने इतिहास से सबक नहीं लिया, जिसकी वजह से वह आज कुछ जगहों पर सिमटकर रह गई है।