
“जब इंसानियत ने उड़ान भरी – ‘परिंदा अभियान’ से बेज़ुबानों को मिली आवाज़”
जयपुर। विद्याधर नगर स्थित बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेस में पर्यावरण और पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “परिंडा अभियान” की शुरुआत की गई। यह अभियान 17 अप्रैल से 23 अप्रैल 2025 तक बियानी के विभिन्न कॉलेजों और विभागों में आयोजित किया जा रहा है।
इस वर्ष अभियान की थीम “उनकी आवाज़ बनें जो बेज़ुबान हैं” रखी गई, जो न सिर्फ इसका इमोशनल साइड दिखाती है, बल्कि सोसाइटी को नेचर के लिए अपनी जिम्मेदारी समझने की इंस्पिरेशन भी देती है।
इस पहल के तहत कॉलेज के सभी विद्यार्थी और संकाय सदस्य पक्षियों के लिए पानी के फीडर (परिंडा) साथ लाए। इन फीडरों को कॉलेज परिसर या आसपास के उपयुक्त स्थानों पर स्थापित किया गया, ताकि गर्मी के इस भीषण मौसम में पक्षियों को पीने के लिए साफ पानी आसानी से उपलब्ध हो सके।
इस दौरान कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. संजय बियानी ने सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “पक्षियों की सेवा सिर्फ एक नेचुरल ड्यूटी नहीं, बल्कि एक ह्यूमन रेस्पॉन्सिबिलिटी है। जब हम बेजुबानों के लिए कुछ करते हैं, तो हम इंसानियत को जिंदा रखते हैं।” उन्होंने स्टूडेंट्स को अपील की कि वे इस तरह की एक्टिविटीज़ को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
वहीं कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ध्यान सिंह गोठवाल ने कहा कि “ऐसे अभियान स्टूडेंट्स के भीतर न सिर्फ अवेयरनेस बढ़ाते हैं, बल्कि उनमें सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी और एनवायरनमेंट फ्रेंडली एटीट्यूड भी डेवलप होता है।”
यह अभियान केवल पक्षियों को पानी देने तक सीमित नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में संवेदनशीलता, सेवा-भाव और पर्यावरणीय चेतना विकसित करने का भी है। एक फीडर में पानी रखना कई नन्ही ज़िंदगियों को बचा सकता है।