राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 प्रदान किए। इस दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश, पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर, भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पेरिस पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार पिछले चार वर्षों में खेल के क्षेत्र में किसी खिलाड़ी द्वारा किए गए शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
ज्ञात हो, 22 वर्षीय भाकर अगस्त में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली एथलीट बन गईं।
भारतीय हॉकी टीम कप्तान हमरनप्रीत और शतरंज चैंपियन डी. गुकेश को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
इन्हीं खेलों में, हमरनप्रीत ने भारतीय हॉकी टीम को लगातार दूसरा कांस्य पदक दिलाया। दूसरी ओर, 18 वर्षीय गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने, साथ ही पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम को ऐतिहासिक स्वर्ण जीतने में भी मदद की।
पैरा हाई-जम्पर प्रवीण को मिला मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
चौथे प्राप्तकर्ता हैं पैरा हाई-जम्पर प्रवीण, जिन्हें पेरिस पैरालिंपिक में टी64 चैंपियन का ताज पहनाया गया था। टी 64 वर्गीकरण उन एथलीटों के लिए है जिनके घुटने के नीचे एक या दोनों पैर गायब हैं और दौड़ने के लिए कृत्रिम पैर पर निर्भर हैं।
इन्हें मिला द्रोणाचार्य पुरस्कार
पैरा निशानेबाजी कोच सुभाष राणा, निशानेबाजी कोच दीपाली देशपांडे, हॉकी कोच संदीप सांगवान, बैडमिंटन कोच एस. मुरलीधरन और फुटबॉल कोच अरमान्डो एग्नेलो कोलाको को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया गया।
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किए गए 32 खिलाड़ी
एथलीट ज्योति यरराजी और अन्नू रानी, मुक्केबाज नीतू और स्वीटी, पैरा तीरंदाज राकेश कुमार सहित 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय को मिली मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी
एथलीट सुच्चा सिंह और पैरा तैराक मुरलीकांत पेटकर को लाइफ टाइम अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में समग्र रूप से शीर्ष प्रदर्शन करने के लिए चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय को मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी प्रदान की गई।