बीकानेर@जागरूक जनता । “परोपकार से बढ़कर कोई सेवा नहीं‘ और ‘मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं ” कुछ इन्हीं जज्बे के साथ फोटो जर्नलिस्ट मनीष पारीक की कोरोनाकाल के दौरान की गई सेवा की हर और प्रशंशा हो रही है बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग की जुबां पर सेवा के नाम पर सिर्फ पारीक का ही नाम है । इसी जज्बे को दिल से सलाम करने के लिए शुक्रवार को मनीष पारीक के प्रशंशक और रंगकर्मी उदय व्यास ने पारीक के बेहरुपीये के रूप में होली का स्वांग बनकर बीकानेर की सड़कों पर लॉकडाउन के दौरान मनीष पारीक के द्वारा की गई सामाजिक सेवा को जीवंत करते हुए आमजन को मानव सेवा का संदेश दिया ।
उल्लेखनीय है,लॉकडाउन के दौरान मनीष पारीक ने घर से ना निकल सकने वाले लोगो को घर तक दवाइयां पहुंचाई जरूरतमंद लोगो को राशन सामग्री भी की व्यवस्था करवाई। ऐसे में लॉकडाउन में ड्यूटी करने वाले लोगों को मास्क वितरण भी किया एवं लगातार कोविड अपडेट अपने फेसबुक पेज से देते रहे। लॉकडाउन में पेज के माध्यम से उन्होंने जन समस्याओं को उठाकर उनका निराकरण करवाया जिसमे एक माँ को अपने बेटे से मिलवाया वंही कोविड अस्पताल में भी खराब खाने एवं सफाई की अव्यवस्था को को उठाकर उनका निराकरण करवाया। कोविड जांच केंद्रों में भीड़ के दबाव की समस्या उठाकर वहां टोकन मशीन की व्यवस्था करवाई। मनीष पारीक ने अपने पेज के माध्यम से सैकड़ों लोगों को प्लाज्मा और खून दिलाने में भी मदद की।
इन्हीं सब संदेशों को आज शुक्रवार को पारीक के प्रशंशक व रंगकर्मी उदय व्यास ने बीकानेर शहर की सड़कों, बाजरों में घूम-घूम कर लोगों तक मनीष पारीक के किए गए सामाजिक कार्यों को जन-जन तक पहुंचाया एवं लोगों को मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग रखने की सलाह देने के साथ मास्क एवं दवाई भी वितरण की।
बता दे, अब तक मनीष पारीक की इसी निःस्वार्थ जनसेवा की ललक को देखकर बीकानेर सहित प्रदेश की कई सामाजिक संस्थाए सम्मानित कर चुकी है, वंही पारीक के बीकानेर सहित देशभर में हजारों प्रशंशक है ।
पारीक के जज्बे को सलाम करने रचा उदय ने मनीष का स्वांग, बेहरुपीये के भेष में शहर की सड़कों पर बांटे मास्क और दवाइंया
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