जयपुर, 29 जून। ऊर्जा विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री हीरालाल नागर ने टोंक जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
श्री नागर ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति से कार्य कर रही है। विकास कार्यों में गुणवत्ता की कमी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फील्ड अधिकारी आमजन की सुविधाओं से जुड़े विकास कार्यों की सतत मॉनिटरिंग करें। साथ ही, उनकी शिकायतों का त्वरित निस्तारण कर राहत प्रदान करें।
बैठक में प्रभारी मंत्री ने सीएमएचओ डॉ. अशोक कुमार यादव से जिले में चिकित्सा व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए कहा कि बारिश के मौसम को देखते हुए मौसमी बीमारियों के उपचार को लेकर विभाग प्रो-एक्टिव रहे। रोगियों को त्वरित और बेहतर इलाज मिले।
जल जीवन मिशन की जिले में प्रगति की समीक्षा के दौरान श्री नागर ने कहा कि विभाग पेंडिंग कार्य में तेजी लाएं। कार्य के दौरान तोड़ी जाने वाली सड़क का निर्माण शीघ्र एवं गुणवत्ता पूर्ण करें। उन्होंने जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा को निर्देश दिए कि इन तोड़ी गई सड़क के पुनः निर्माण की गुणवत्ता को जांचने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी एवं अन्य सदस्यों की कमेटी बनाएं।
विद्युत विभाग के प्रगतिरत कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रभारी मंत्री ने अधीक्षण अभियंता एवं अधिशाषी अभियंता को गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने दोनों अधिकारियों कोे कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी बैठक में सवाई माधोपुर से प्रसारण के अधीक्षण अभियंता को बुलाने के लिए कहा।
श्री नागर ने नगर परिषद आयुक्त ममता नागर से बारिश के दौरान जलभराव से निपटने की तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि फ्लड कंट्रोल रूम के माध्यम से जल भराव की समस्याओं का शीघ्र समाधान हो। सार्वजनिक निर्माण विभाग के पूर्ण, प्रगतिरत कार्यों एवं नॉन पेचेबल सड़क के भेजे गए प्रस्ताव की जानकारी ली।
बैठक में निवाई-पीपलू विधायक रामसहाय वर्मा, जिला प्रमुख सरोज बंसल, पूर्व विधायक अजीत सिंह मेहता समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।