PM मोदी का दिल्ली-NCR को तोहफा, द्वारका एक्सप्रेसवे का किया उद्घाटन, NH-8 पर 50 प्रतिशत यातायात होगा कम, जानें खासियत

NH-48 पर दिल्ली और गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए द्वारका एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया था जोकि अब पूरी तरह कंप्लीट हो गया है। आज पीएम मोदी ने इसके हरियाणा खंड का उद्घाटन किया।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को द्वारका एक्सप्रेस-वे (Dwarka Expressway) का उद्घाटन किया। ये देश में अपनी तरह का पहला एलिवेटेड 8 लेन एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे है जो कि करीब 9 हजार करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। हरियाणा के गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास से दिल्ली के महिपालपुर तक आने वाले द्वारका एक्सप्रेस वे का पीएम ने उद्घाटन किया।

इसकी खासियत है कि यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे है जो सिंगल पिलर पर आठ लेन का एक्सप्रेस-वे है। यह कई मामले में बुर्ज खलीफा और एफिल टावर को भी पीछे छोड़ देगा। इसके निर्माण में दो लाख एमटी स्टील का इस्तेमाल होगा जो एफिल टावर के निर्माण की तुलना में 30 गुना अधिक है। वहीं, 20 लाख सीयूएम कंक्रीट का इस्तेमाल किया जाएगा जो बुर्ज खलीफा की तुलना में छह गुना अधिक है।

दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर कम होगा ट्रैफिक का दबाव
इसके शुरू होने से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर जाम से राहत मिलेगी। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर से ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए दिल्ली के महिपालपुर में शिवमूर्ति के सामने से लेकर गुरुग्राम में खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक तक द्वारका एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। इसे दो भागों में बांटा गया है ताकि बेहतर तरीके से निर्माण हो सके।

23 किमी हिस्सा एलिवेटेड और 4 किमी अंडरग्राउंड टनल
एक्सप्रेस-वे की हरियाणा खंड का निर्माण पूरा हो चुका है। दिल्ली भाग में टनल का निर्माण लगभग 10 प्रतिशत बाकी है। पूरा प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर से 30 प्रतिशत से अधिक ट्रैफिक का दबाव कम होने की उम्मीद है। द्वारका एक्सप्रेस-वे की लंबाई केवल 29 किलोमीटर है। यह देश का सबसे छोटा एक्सप्रेस-वे है। इसका 18.9 किमी गुरुग्राम में, वहीं 10.1 किमी हिस्सा दिल्ली में पड़ता है। 23 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड और लगभग चार किलोमीटर अंडरग्राउंड टनल बनाया जा रहा है।

दिल्ली इलाके में पहला भाग गुरुग्राम-दिल्ली सीमा से बिजवासन तक लगभग 4.20 किलोमीटर का है। दिल्ली इलाके में दूसरा भाग बिजवासन से महिपालपुर में शिवमूर्ति तक 5.90 किलोमीटर का है। गुरुग्राम इलाके में पहला भाग खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक से धनकोट के नजदीक तक लगभग 8.76 किलोमीटर का है। गुरुग्राम इलाके में दूसरा भाग बसई-धनकोट के नजदीक से गुरुग्राम-दिल्ली सीमा तक लगभग 10.2 किलोमीटर का है।

दिल्ली से गुरुग्राम पहुंचने में महज 25 मिनट
हरियाणा में यह एक्सप्रेसवे पटौदी रोड (SH-26) में हरसरू के पास और फरुखनगर (SH-15A) में बसई के पास मिलेगा। इसके अलावा यह दिल्ली-रेवाड़ी रेल लाइन को गुरुग्राम के सेक्टर-88 (B) के पास और भरथल में भी क्रॉस करेगा। एक्सप्रेस-वे गुरूग्राम में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी के साथ-साथ सेक्टर – 88, 83, 84, 99, 113 को द्वारका सेक्टर-21 से जोड़ेगा।

यह एक्सप्रेसवे अन्य एक्सप्रेसवे की तुलना में बेहतर होगा क्योंकि यह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे और गुरुग्राम को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह दिल्ली और गुड़गांव के बीच यातायात के प्रवाह को काफी सुगम बनाएगा। द्वारका एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली से गुरुग्राम पहुंचने में महज 25 मिनट का समय लगेगा। वहीं मानेसर से सिंघु बॉर्डर 45 मिनट में ही पहुंच जाएंगे। इससे NH-8 पर लगभग 50 प्रतिशत यातायात कम करने में भी मदद मिलेगी. इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद हर दिन 12 लाख वाहनों का दबाव मुख्य मार्गों से घट जाएगा। द्वारका एक्सप्रेस वे के हरियाणा खंड के शुरू होने से गुड़गांव के 35 से अधिक सेक्टर्स और करीब 50 गांवों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।

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