उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। वहीं अब प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है, रेस्क्यू की कई टीमें दिन-रात लगी हुई हैं, लेकिन उसके बाद भी सफलता नहीं मिल रही है। मजदूरों को अंदर फंसे हुए आज 16 दिन हो चुके हैं। ऑगर मशीन के खराब होने के बाद अब वर्टिकल ड्रिलिंग का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं अब प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। यहां उन्होंने बचाव कार्यों का जायजा लिया और सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों से बातचीत भी की है।
मजदूरों के परिजनों से भी की बातचीत
पी के मिश्रा ने मजदूरों की राह देख रहे उनके परिजनों से भी बातचीत की है। सिल्कयारा टनल में मजदूर पिछले 15 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। बचाव कार्यों का जायजा लेने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी के सचिव ने मजदूरों से बातचीत की है।
पी के मिश्रा के कहा, ‘हैलो, नमस्कार! मैं पी के मिश्रा बोल रहा हूं। आप कौन बोल रहे हैं…अच्छा कवर्स मैन…अच्छा आप लोग कैसे हैं? आप लोग सब ठीक हैं… किसी की तबीयत की कोई प्रॉब्लम नहीं है? खाना मिल रहा है…क्या-क्या मिला था आज?अच्छा… चावल वगैरह मिलता है क्या? सब्जी दाल तो ठंडा हो गया होगा। वहां लाइट है क्या? और अभी आज तो मैं आया हूं प्रधानमंत्री के कार्यालय से… गृह सचिव भी आए हैं। सभी लोग काफी मेहनत कर रहे हैं। जितनी जल्दी आप लोगों को निकाल सकें, हम सभी कोशिश कर रहे हैं।
पीके मिश्रा के नेतृत्व में गया था एक प्रतिनिधिमंडल
सिल्कयारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्य का जायजा लेने के लिए प्रधान सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गया था। इसमें केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू थे। प्रधान सचिव ने टनल में फंसे मजदूरों को भेजे जा रहे खाने का भी मुआयना किया। माइक्रो टनलिंग एक्सपर्ट क्रिस कूपर ने इससे पहले कहा था कि ऑगर मशीन का मलबा हटा दिया गया है और फंसे मजदूरों तक पहुंचने के लिए मैनुअल ड्रिलिंग काम भी कुछ ही घंटों बाद शुरू हो जाएगा।