पंजाब डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन द्वारा सिविल लाईन्स क्लब, बठिण्डा में पंजाब प्रांत के प्रतिनिधियों की सभा आयोजित
जयपुर/ नई दिल्ली। पंजाब डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन द्वारा सिविल लाईन्स क्लब, बठिण्डा में पंजाब प्रांत के प्रतिनिधियों की सभा आयोजित की। सभा के मुख्य अतिथि भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय चेयरमेन बाबूलाल गुप्ता रहे। इस सभा का मकसद पंजाब डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के हर जिले के अध्यक्ष व मंत्री के साथ पंजाब में बीयूवीएम के साथ संगठन को मजबूत किया जाना रहा।
सभा में फिरोजपुर से प्रांतीय अध्यक्ष एन.आर. अग्रवाल, फाजिल्का से प्रांतीय जनरल सेक्रेटरी अश्विनी धींगरा, बठिण्डा से अजय मित्तल, चण्डीगढ से कुणाल खन्ना, मलोट से सतीश गोयल, कोटकपुरा से वरुण गोयल, जागरोन से दिनेश गोयल, अबोहर से सुरेश सचदेवा, मनसा से विजय कुमार, मोगा से गुरजीत सिंह, मौर से देविन्दर गर्ग, मुक्तसर से भूषण विज, रामान से रूपलाल जैन, समाना से संदीप गोयल, रामपुराफूल से बलदेव जिन्दल, फरीदकोट से दीपक जैन आदि मुख्य नेता उपस्थित रहे।
बीयूवीएम के राष्ट्रीय चेयरमेन बाबूलाल गुप्ता, वरिष्ठ महामंत्री मुकुन्द मिश्रा, संयोजक पवन कुमार एवं उपाध्यक्ष रामावतार अग्रवाल की बठिण्डा में पंजाब के जिलों के प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत चर्चा हुई। पंजाब के प्रतिनिधियों ने बताया कि पंजाब सरकार जीएसटी काउंसिल के आदेशों की पालना में दुकान-दुकान सर्वे की बात कर रही है। इसका विरोध किया जाना चाहिये। एफएसएसएआई में भी मिसब्राण्ड के मुकदमे बहुत बनाये जा रहे हैं। इन्हें एफ.एस.ओ. के लेवल पर सुलटाये जाने चाहिये। मॉडर्न ट्रेड के कारण डिस्ट्रीब्यूटर्स का अस्तित्व खतरे में आ गया है। मॉडर्न ट्रेड के अन्तर्गत कार्य कर रही संस्थाएं डिस्ट्रीब्यूटर्स की दरों से कम दरों में माल बेचकर तथा ग्राहक को डिस्काउण्ट देकर व्यापार बिगाड़ रहे हैं। ऑनलाईन ट्रेडिंग से दुकानों में बैठे हुए व्यापारी परेशान है।
इसी प्रकार आयकर के संबंध में भी नयी स्कीम में छूटों को बंद कर दिया गया है। इन्हें पुनः चालू करने के लिये भी चर्चा की गयी। सभी प्रतिनिधियों ने बीयूवीएम द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। जीएसटी में चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट के द्वारा किये जा रहे ऑडिट को समाप्त करवाने, शार्पनर-रबर-पेन्सिल पर पुनः पुरानी दर कायम करवाने, आवश्यक वस्तुएं यथा- आटा, चावल, शहद आदि पर 1 किग्रा. से 25 किग्रा. की पैकिंग तक ही कर संधारित करने की सरकार द्वारा घोषणा करने, कृषि व्यापार करने वालों को बैंक से कैश निकालने पर टीडीएस की छूट दिलवाकर बीयूवीएम ने प्रशंसनीय कार्य किये हैं।
बीयूवीएम के चेयरमेन बाबूलाल गुप्ता ने अपने संबोधन में सम्पूर्ण राष्ट्र में संगठन को मजबूत करने की ओर अग्रसर होते हुए बताया कि देश के सभी प्रांतों में यथा- महाराष्ट्र, गुजरात, हिमाचलप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटका, ओडिसा, बंगाल, त्रिपुरा, तमिलनाडू, पंजाब आदि प्रांतों में बीयूवीएम संगठन विस्तार के लिये बैठकें आयोजित करें, ऐसा निर्णय गवर्निंग बॉडी द्वारा लिया गया है। इसी परिपेक्ष्य में आपके संगठन के साथ आज मीटिंग कर रहे हैं। श्री गुप्ता ने कहा कि हर जिला इकाई अपने सदस्यों के साथ बैठक कर बीयूवीएम की गतिविधियों से अवगत करायें। समय-समय पर संगठन द्वारा दिये गये मार्गदर्शन का पूरा प्रचार करें, ताकि व्यापार एवं उद्योग की अधिक से अधिक समस्याओं का समाधान किया जा सके।
पंजाब डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधि साथियों; व्यापारियों के सामने जीएसटी, एफएसएसएआई, ऑनलाईन ट्रेडिंग, मॉडर्न ट्रेड तथा डुप्लीकेट स्टॉक जैसी समस्याएं विकट रूप धारण किये हुए हैं। जीएसटी काउंसिल द्वारा जीएसटी में एक हजार से अधिक बार अमेण्डमेन्ट किये गये हैं। बीयूवीएम ने जीएसटी काउन्सिल से बराबर संपर्क बनाये रखा है। इसी प्रकार एफएसएसएआई से भी वार्तालाप कर रहे हैं। आप द्वारा डुप्लीकेट स्टॉक जैसी समस्या का विवेचन किया गया है। इसे हर स्थिति में कानून से और सामाजिक सरोकार से भी रोका जाना चाहिये। बीयूवीएम इसके लिये एक वृहत योजना बनायेगा एवं डुप्लीकेट माल बेचने वालों को बेनकाब करेगा।
श्री गुप्ता ने एफएसएसएआई की पुनः बात उठाते हुए बताया कि फूड सेफ्टी एक्ट के अन्तर्गत 50 हजार तक की पेनल्टी लगायी जा रही है। इसे अधिकतम 10 हजार किया जाना चाहिये। मिसब्राण्ड के केस एफएसओ तथा इंस्पेक्टर के स्तर पर कम्पाउण्ड किये जाने चाहिये। इन्हें लैबोरेट्री में भेजने का कोई औचित्य नहीं है।
मॉडर्न ट्रेड तथा ऑनलाईन ट्रेड; स्टॉकिस्टों के लिये भी और आम व्यापारी के लिये भी समस्या बनता जा रहा है। बीयूवीएम ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि एक तो जो व्यापारी कोरोना से प्रभावित हुआ है। उनके खाते में अनुदान के रूप में 5 लाख रुपये डाले जायें। साथ ही बाजार में बैठा व्यापारी मॉडर्न ट्रेड/ऑनलाईन ट्रेड के कारण बेरोजगार होता जा रहा है। इस व्यापारी का व्यापार सुरक्षित रहें और व्यापारी बेरोजगार नहीं हो; के लिये कठोर नियम बनाये जायें।