बागेश्वर धाम के सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने स्पष्ट किया है कि वे कोई चमत्कार नहीं करते और न उनके पास कोई चमत्कारी शक्ति है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि वे तो केवल अपने इष्ट देव की प्रेरणा से लोगों की समस्याएं समझते हैं और उन्हें हल करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे बब्बर शेर हैं और किसी चुनौती से नहीं डरते।
भोपालःबागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने पास कोई चमत्कारी शक्ति होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ प्रपंच हो रहा है, लेकिन वे इससे नहीं डरते। एक इंटरव्यू में बागेश्वर सरकार ने कहा है कि वे न तो कोई भविष्यवक्ता हैं, न ही कोई तांत्रिक। वे कोई मिरेकल मैन नहीं हैं। वे तो केवल हनुमान जी के सेवक हैं और उनकी शक्ति से लोगों की समस्याएं हल करने का प्रयास करते हैं। उन्होंनें साथ में यह भी जोड़ा कि वे बब्बर शेर हैं और किसी से डरते नहीं हैं।
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वे अपनी शक्तियों का प्रमाण भी दे चुके हैं। उनके खिलाफ तमाम आरोप लगाए गए। उन्होंने रायपुर के दरबार में इसका प्रमाण दे दिया। अब वे खुद को किसी कसौटी पर नहीं आंकेंगे। न ही इन चुनौतियों से घबराएंगे। बागेश्वर बाबा ने नागपुर की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि उसके आरोपों के चलते ही उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिला।
बागेश्वर बाबा ने कहा कि उनके पास कोई चमत्कारी शक्ति नहीं है। वे बालाजी के सेवक हैं। बालाजी की शक्तियों का विश्वास उनके साथ है। इसी के जरिए वे अपने भक्तों की समस्याओं को जान लेते हैं और उन्हें हल भी करते हैं। जब वे गद्दी पर बैठते हैं तो बालाजी की प्रेरणा उनके साथ होती है। उनके पास मन पढ़ने की कोई मशीन है, न ही माइंड रीडर हैं। भारत में ऋषि-मुनियों की पुरानी परंपरा है। वे अपने इष्ट के सेवक हैं और शास्त्रों के साधक हैं। उनके आधार वे कागज पर लिखते हैं और लोगों की श्रद्धा के चलते वह सच साबित होता है।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कोई मौलाना या पादरी उनके सामने नहीं टिक सकता क्योंकि कोई उनकी तरह खुद का प्रमाण नहीं दे सकता। उन्हें केवल इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे सनातन धर्म के सेवक हैं। वे इससे नहीं डरते और सनातन धर्म का विरोध करने वालों के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।