नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने शुक्रवार दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। इसमें चुनाव आयोग हिमाचल विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का भी ऐलान किया जा सकता है। आज हिमाचल के लिए ही ऐलान होगा। गुजरात की तारीखों का ऐलान 20 अक्टूबर के बाद किया जाएगा।
8 जनवरी को खत्म हो रहा हिमाचल विधानसभा का कार्यकाल
हिमाचल विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी को खत्म हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। इनमें 20 सीटें आरक्षित हैं। 17 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए और 3 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए रिजर्व हैं। 2017 में भाजपा ने पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी। चुनाव में भाजपा 44 तो कांग्रेस को 21 सीटों पर जीत मिली थी। एक सीट पर CPIM और दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे।
हिमाचल में वापसी करना आसान नहीं: 2021 में 3 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा सभी सीटें हार गई थी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हार की वजह बढ़ती महंगाई को बताया था। छोटे राज्य हिमाचल में महंगाई और रोजगार मुख्य मुद्दा हैं।
18 फरवरी को खत्म हो रहा गुजरात विधानसभा का कार्यकाल
गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं। इनमें 40 सीटें आरक्षित हैं। 13 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए और 27 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए रिजर्व हैं। 2017 चुनाव की बात करें तो भाजपा ने यहां पूर्ण बहुमत से जीत हासिल कर सरकार बनाई थी। चुनाव में भाजपा को 99, कांग्रेस को 77 सीटें मिलीं थी। दो सीटें भारतीय ट्राइबल पार्टी, एक सीट एनसीपी को मिली थी। वहीं 3 सीट पर निर्दलीय को जीत मिली थी।
गुजरात में भाजपा के लिए बड़ी चुनौती: गुजरात में 25 साल से ज्यादा समय से भाजपा सत्ता में है। साथ ही पार्टी के दो बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह गुजरात से हैं। ऐसे में पार्टी यहां सरकार रिपीट करने की तैयारी में है। हालांकि, पार्टी के लिए सरकार रिपीट करना इस बार आसान नहीं है। रोजगार और किसानों का मुद्दे पर पार्टी बैकफुट पर है। वहीं सत्ता में इतने सालों से रहने की वजह से पार्टी के खिलाफ एंटी इनकंबैंसी भी है।