राजस्थान में चंद घंटों बाद ही मानसून का नया सिस्टम प्रभावी होगा, जिसके चलते तीन दिन तक अति भारी बारिश का जोर रहेगा। मौसम विभाग ने यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि कोटा, उदयपुर, अजमेर और जोधपुर संंभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश होगी।
सीकर। राजस्थान में मानसून के कमजोर पड़ने के साथ ही कुछ जिलों के मौसम में बदलाव दिखाई दे रहा है। लेकिन चंद घंटों बाद ही मानसून का नया सिस्टम प्रभावी होगा, जिसके चलते तीन दिन तक अति भारी बारिश का जोर रहेगा। मौसम विभाग ने यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि कोटा, उदयपुर, अजमेर और जोधपुर संंभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश होगी। जबकि जयपुर, अलवर और बीकानेर संभाग में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई जा रही है।
क्या कहता है पूर्वानुमान
बंगाल की खाड़़ी में बने कम दबाव का असर राजस्थान पर 21 अगस्त से दिखाई देगा, जिसके चलते 21 से 23 अगस्त तक अलर्ट जारी किया गया है, इसमें कोटा, उदयपुर, अजमेर और जोधपुर के जिलों पर बारिश का असर ज्यादा दिखाई देगा। मौसम विभाग का कहना है कि पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी, बांग्लादेश के पूर्वोत्तर और आसपास के क्षेत्रों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसके आगे बढ़ने की संभावनाएं हैं। वहीं, 22 अगस्त को गुजरात राज्य में बारिश संभावित है, जबकि 21 और 23 अगस्त को मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों और पूर्वी राजस्थान में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
कहां होगी अति भारी बारिश
मौसम केन्द्र जयपुर के आंकडो़ं पर नजर डाले तो 21 अगस्त को बारां, बूंदी, झालावाड़, कोटा, सवाई माधोपुर में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। उधर, 22 अगस्त को बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही और उदयपुर में अति भारी बारिश होगी, जबकि भीलवाड़ा, सिरोही, बाड़मेर, जालौर, जोधपुर और पाली में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा 21 से 23 अगस्त के दौरान डेढ़ दर्जनभर से अधिक जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बीसलपुर 312.80 आरएल मीटर
बीसलपुर बांध में पानी की आवक धीमी गति से जारी रहने के चलते बांध का जलस्तर शुक्रवार शाम तक 312.80 आरएल मीटर तक पहुंच गया है। उधर, त्रिवेणी 3.80 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है। बारिश का नया दौर शुरू होने के साथ बांध के भराव क्षेत्र में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, ऐसे में माना जा रहा है कि अगस्त के दौरान बांध में पिछले साल से ज्यादा पानी की आवक होगी। पिछले साल 313.52 आरएल मीटर के करीब जलस्तर रहा था।