बीकानेर/ विकास कार्यों में भ्र्ष्टाचार की पोल खोलने पर सरपंच प्रतिनिधियों ने किया जानलेवा हमला,सीईओ ने रोका भुगतान
बीकानेर@जागरूक जनता। विकास कार्यो में भ्र्ष्टाचार की शिकायत करने पर जनप्रतिनिधि के दबंग प्रतिनिधियों द्वारा शिकायतकर्ता पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। इस सम्बंध में नापासर थाने में मामला दर्ज हुआ है। दरअसल नापासर थाना क्षेत्र के खारड़ा गांव में सरपंच द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यो में भ्र्ष्टाचार के आरोप पंचायत के ही सदस्यों ने लगाए है। जिसको लेकर सरपंच पक्ष के लोगो को यह नागवार गुजरा और शिकायतकर्ता पंचायत समिति सदस्य रवि सारस्वत ,वार्ड पंच रामस्वरूप सारस्वत ,वार्ड पंच अनंताराम सारस्वत और छोटू राम नाई पर जानलेवा हमला बोल दिया । गनीमत रही कि समय रहते पीड़ित पक्ष के लोग गाड़ी में से उतरकर बचकर भाग निकले।
इससे भी बड़ी सिस्टम की लाचारी यह है कि घटना को पांच दिन बीत गए लेकिन पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नही कर पाई है। पीड़ित पक्ष ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ रोष जताया है, ओर कहा है कि वे इस मामले को लेकर एसपी के समक्ष पेश होंगे । ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर खाकी इन दबंगाईयों के आगे मौन क्यों है???
घटना को लेकर पीड़ित पक्ष पंचायत समिति सदस्य रवि सारस्वत ,वार्ड पंच रामस्वरूप सारस्वत ,वार्ड पंच अनंताराम सारस्वत ,और छोटू राम नाई ने 2 अगस्त को नापासर थाने में लिखित परिवाद पेश करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत खारड़ा के सरपंच प्रतिनिधि चंद सारस्वत उनके भाई सागरमल सारस्वत उनके भतीजे मोहित ऊर्फ कोजु सारस्वत व उनके साथ आए 4 अन्य नकाबपोश लोग हाथ में लठ लेकर गाड़ी से उतरे उनको देखते ही हम हमारी कैंपर गाड़ी को लेकर खेतों की ओर भाग गए। उन्होंने हमारा पीछा किया आगे जाकर एक खेत में हमारी गाड़ी फस गई और हम निकल कर भाग गए। उन लोंगो ने अपनी फॉरचुनर गाड़ी व अपनी केम्पर से उतर हमारी गाड़ी पर हमला कर दिया और गाड़ी के शीशे ,बोनट और लाइट और मोबाइल तोड़ दिए। गाड़ी के अंदर रखे एक लाख तीस हजार रूपए निकाल लिए।
सरपंच महिला और कामकाज संभाल रहे प्रतिनिधि..
पीड़ित पक्ष के रामस्वरूप पुत्र सत्यनारायण सारस्वत ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि खारड़ा गांव की सरपंच विमलादेवी पत्नी श्रीचंद सारस्वत है, जबकि सरपंचाई से जुड़े समस्त कामकाज उनके सरपंच प्रतिनिधि श्रीचंद व सागरमल सारस्वत संभाल रहे है । इस दरम्यान खारड़ा से श्रीचंद के खेत तक बनाई गई ग्रेवल सड़क में घटिया व निम्न स्तर की निर्माण सामग्री खानापूर्ति के नाम पर काम मे ली गई। पीड़ित ने बताया कि जब इस भ्र्ष्टाचार की शिकायत जिला कलेक्टर, संभागीय आयुक्त ,जिला परिषद सीईओ से की। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और 2 अगस्त को पंचायत समिति के जांच दल ने खारड़ा गांव में मौके पर जाकर सड़क निर्माण की जांच । इस कार्रवाई के बाद सरपंच पक्ष आगबबूला हो गया और गाड़ियों में सवार होकर पीड़ित पक्ष पर हमला बोल दिया।
इनका कहना है…
नित्या के., मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद बीकानेर
खारड़ा गांव में सड़क निर्माण में अनियमितता को लेकर शिकायत मिली है,जिसको लेकर जांच के आदेश दिए है। चूंकि जांच अभी लंबित है ऐसे में सम्बंधित निर्माण का भुगतान जांच पूरी होने तक रोकने के निर्देश बीडीओ को दिए है।