एयरपोर्ट पर राजस्थान सरकार के तीन मंत्रियों सहित अधिकारियों ने की छात्रों की अगवानी
जयपुर@जागरूक जनता। रूस और यूक्रेन के बीच तनावपूर्ण युद्ध ग्रस्त परिस्थितियों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लौटने का सिलसिला जारी है इसी श्रंखला में आज शुक्रवार को सुबह से देर शाम तक पांच उड़ाने दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची, इन उड़ानों में आए राजस्थान के 33 विद्यार्थियों को एयरपोर्ट पर बने राजस्थान सरकार के हेल्प डेस्क पर रिसीव किया गया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों के अनुरूप एयरपोर्ट पर बनाए गए 24 × 7 हेल्पडेस्क पर यूक्रेन से लौटे इन बच्चों का फूल मालाओं से स्वागत राजस्थान के कैबिनेट मंत्री श्रीमती ममता भूपेश, टीकाराम जूली मंत्री सुभाष गर्ग, प्रमुख आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर यूक्रेन से लौटने वाले इन बच्चों को राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर रिसीव करने आए मंत्रियों ने कहा कि राजस्थान सरकार अपने प्रवासियों की हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है तथा मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निर्देश पर हम सभी इन बच्चों को सुरक्षित घर पहुंचाने तक की सारी जिम्मेदारियों के साथ दिल्ली आए हैं, हम लगातार इन बच्चों को सुरक्षित पहुंचाने की सभी व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग कर रहे हैं तथा हमारे अधिकारी इन बच्चों को एयरपोर्ट से लेकर राजस्थान हाउस, राजस्थान स्टेट गैस्ट हाउस में ठहराने तथा वहां से ट्रेन, टैक्सी और वायु मार्ग से भेजने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
प्रमुख आवासीय आयुक्त श्रीमती शुभ्रा सिंह ने बताया कि आवासीय आयुक्त कार्यालय द्वारा राज सरकार के निर्देशन में एयरपोर्ट पर यूक्रेन से लौटने वाले बच्चों को रिसीव करने से घर पहुंचाने तक की सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए हमारे अधिकारी कार्य कर रहे हैं। इन बच्चों को दिल्ली पहुंचने पर कोई असुविधा ना हो इसका विशेष ख्याल रखा गया है। उन्होंने बताया सहायक आवासीय आयुक्त श्रीमती रिंकू मीणा और श्री मनोज सिंह के नेतृत्व में दो टीमें 24 घंटे दिल्ली के एयरपोर्ट पर कार्य कर रही हैं।
यूक्रेन से लौटने वाले राजस्थान के इन बच्चों की मदद करने के लिए समन्वयक तथा नोडल अधिकारी राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि यूक्रेन से लगातार उड़ाने दिल्ली, मुंबई और हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर आ रही है जहां पर हमने सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रखी है।