ठाकुरजी की निकली डोलयात्रा,जल विहार कराया की महा आरती,
डोलयात्रा में हजारों भक्त हुए शामिल,मेहंदीपुर बालाजी धाम में गूंजे जयकारे
551 किलो राजगिरी का हल्वा,पंजीरी की प्रसादी के साथ 56 प्रकार के व्रत सागार के व्यंजनों का भोग लगाया गया
प्रदीप बोहरा @जागरूक जनता
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में बालाजी पीठाधीश्वर महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सानिध्य में जलझूलनी एकादशी के महापर्व पर ठाकुरजी की डोलयात्रा निकालकर जलविहार करवाया गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु बालाजी मंदिर के बाहर दर्शनो को मौजुद थे । बालाजी महाराज मंदिर से ठाकुर जी की भव्य फूलों से सजी डोलयात्रा निकली और बैंड बाजे बजने लगे और ठाकुर जी के जयकारों से बालाजी नगरी गुंजायमान हो गईl बालाजी मंदिर पीठाधीश्वर महंत डॉक्टर नरेश पुरी महाराज ने जलझूलनी एकादशी की सभी भक्तों को शुभकामनाएं दी
ठाकुर जी को विधि विधान से जलशयन पर कराया जलविहार
जलझूलनी एकादशी पर ठाकुरजी को जलविहार कराया। शाम करीब 4 बजे बालाजी मंदिर से ठाकुर जी की फूलों से सजी भव्य डोलयात्रा बालाजी मंदिर से गाजे-बाजे के साथ निकली । मंदिर के पंड़ित ठाकुरजी को चंवर झुलाते चल रहे थे। तो वहीं डोल यात्रा के आगे-आगे द्वारपाल चल रहे थे। यात्रा बालाजी मंदिर के पास कलकत्ता वाली धर्मशाला जलशयन पर पहुंची, जहां जलशयन पर ठाकुरजी को विधि विधान से जल विहार कराया व नवीन पोशाक धारण करवाने के बाद पंडितों ने पूजा अर्चना कर आरती की। बालाजी मंदिर में जलझूलनी एकादशी महापर्व धूमधाम से मनाया गया।
बालाजी मंदिर में ठाकुरजी की महाआरती, भक्तों को प्रसादी की वितरण,
ठाकुर जी को जलविहार के बाद ठाकुरजी के डोले वापस बालाजी मंदिर पहुचे जहां मंदिर द्वार पर पंडितों ने ठाकुर जी महाराज की महा आरती की आरती के पवित्र छिटे मंदिर के बाहर मौजुद सभी भक्तों को दिए। बालाजी मंदिर परिसर के बाहर हजारों की तादात में भक्तों का सैलाब उमडा हुआ था । भक्तों के जयकारे से बालाजी नगरी गूंजयमान हो गई। ठाकुर जी को बालाजी मंदिर में बालाजी महाराज के समक्ष विराजमान किया गया। ठाकुर जी व बालाजी महाराज को
551 किलो राजगिरी का हल्वा व पंजीरी की प्रसादी के साथ 56 प्रकार के व्रत सागार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। 56 प्रकार की मिठाइयों की भव्य झांकी भी सजाई गई । ठाकुर जी व बालाजी महाराज के भोग लगी महाप्रसादी हजारों भक्तों को वितरण की गई। ठाकुर जी व बालाजी महाराज के दर्शन करने बालाजी मंदिर में भक्तों की लंबी-लंबी लाइने लग गई।