जैसलमेर में कलेक्टर टीना डाबी और पाक विस्थापितों के बीच समझौता भले ही हो गया हो लेकिन गहलोत सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जैसलमेर की घटना के लिए कह सकता हूं कि अधिकारियों ने गलत किया। हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
जयपुर: राजस्थान के जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर दूर अमर सागर क्षेत्र में रह रहे पाकिस्तान से आए हिंदुओं के मकानों को ढहा दिया गया था। यहां बसे पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों का आरोप है कि राजस्थान सरकार ने यहां की सरकारी जमीन से पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों को बेदखल करने का आदेश दिया था। इसके बाद जैसलमेर की डीएम ने कार्रवाई करते हुए 50 से ज्यादा कच्चे मकानों को अतिक्रमण मानते हुए बुलडोजर और जेसीबी की मदद से जमींदोज कर दिया था। अब इस मामले पर गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि अधिकारियों ने गलत किया, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों को कार्रवाई का सामना करना होगा: मंत्री
राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘अधिकारियों ने जो किया वह गलत है, उन्हें जवाब देना होगा। हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। जैसलमेर में पाकिस्तानी हिंदू प्रवासी खाली जमीन पर रह रहे हैं। राजस्थान सरकार उन्हें दस्तावेज दे रही है। सीएम ने खुद इसकी घोषणा की थी। राजस्थान सरकार के कानून के अनुसार, आप किसी को बिना पुर्नवासित किए बेदखल नहीं कर सकते हैं। यह बहुत गंभीर मामला है। उन्हें कार्रवाई का सामना करना होगा।’
अधिकारियों ने पाप किया: खाचरियावास
मंत्री खाचरियावास ने कहा कि कोई भी कलेक्टर हो, कोई भी अधिकारी हो। यह गहलोत सरकार के खिलाफ षड्यंत्र है। ऐसे अधिकारियों को जरूर नापेंगे, जो बेवजह सरकार का मालौह खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों ने पाप किया। उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
ये हैं मामला
दरअसल टीना डाबी के आदेश पर पाक विस्थापितों पर हुई कार्रवाई में 150 से ज्यादा महिला, पुरुष और बच्चे अब खुले आसमान के नीचे आ गए। जिला प्रशासन के मुताबिक, विस्थापित अमर सागर तालाब के किनारे अवैध मकान बनाकर रह रहे थे। इसके कारण तालाब के पानी की आवक रुक गई थी। साथ ही यह भूमि काफी कीमती भी बताई जा रही है।