कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ेंगे


  • ऐसे हर पात्र बच्चे को राहत देने के लिए जिला कलक्टर ने दिए निर्देश
  • जिला बाल संरक्षण इकाई की बैठक हुई आयोजित

चित्तौड़गढ़ । जिला कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला बाल संरक्षण इकाई ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में कोरोना महामारी काल में माता-पिता की आकस्मिक मृत्यु से अनाथ हुए 18 वर्ष तक के बच्चों के चिन्हीकरण, उनके विधिक अधिकारों का संरक्षण, बाल स्वराज पोर्टल पर डाटा एंट्री, उन्हें पालनहार योजना, वात्सल्य योजना सहित सभी विभागों की योजनाओं से उन्हें जोड़ कर राहत प्रदान करने के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन रविवार को समिति कक्ष में किया गया।

माननीय उच्च न्यायलय के निर्देश पर एनसीपीसी द्वारा लॉन्च किये गए बाल स्वराज पोर्टल पर मार्च 2020 के बाद कोविड और अन्य रूप से अनाथ हुए बच्चों के हितों के संरक्षण के सम्बन्ध में सूचनाएं अपडेट करने पर चर्चा हुई। सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग डॉ टीना अरोड़ा ने बताया कि जिले में मार्च 2020 के बाद 9 बच्चे अनाथ हुए हैं, जिनका डाटा पोर्टल अपडेट किया गया है, इनमें कोरोना से अनाथ हुए 4 बच्चे, माता-पिता के सड़क दुघर्टना से अनाथ हुआ 1 बच्चा एवं अनाथ पालनहार श्रेणी के 4 बच्चे शामिल हैं।

बैठक में जिला कलक्टर ने कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के उपाय एवं उनके उपचार हेतु सभी चिकित्सालयों में पर्याप्त संसाधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिला स्तर पर संचालित जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, राजकीय एवं गैर राजकीय बाल देखरेख संस्थान एवं चाइल्डलाइन द्वारा किए गए कार्यों का सामान्य विवरण प्रस्तुत किया गया। बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान माता-पिता दोनों की या किसी एक की मृत्यु से अनाथ हुए बच्चों के संबंध में जिला बाल संरक्षण इकाई की कार्य योजना पर चर्चा की गई। बैठक में लंबी चर्चा के उपरांत जिला कलक्टर द्वारा विभिन्न विभागों के दायित्व तय कर निर्देशित किया गया।

कोविड-19 से अनाथ हुए बच्चों को विभिन्न योजनाओं के लाभ देने हेतु संबंधित उपखंड अधिकारी द्वारा शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पंचायतीराज विभाग के माध्यम से पात्र परिवारों को चिन्हित कर ऐसे बच्चों को पालनहार योजना सहित अन्य योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही ऐसे बच्चों को चिरंजीवी योजना एवं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से भी नियमानुसार जोड़ा जाएगा। 

इसके साथ ही पात्र विधवा महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना से जोड़े जाने की कार्रवाई भी की जाएगी। सम्बंधित विभागों द्वारा कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को चिन्हित कर संबंधित उपखंड अधिकारी, बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई अथवा चाइल्डलाइन  हैल्प लाईन नम्बर 1098 को सूचित किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।

इसके साथ ही चिकित्सा विभाग द्वारा कोरोना महामारी से मृत्यु होने से अनाथ होने वाले बच्चों की सूचना तत्काल प्रभाव से भिजवाई जाएगी। बैठक में जिला कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि संभावित तीसरी लहर के मध्यनजर चिकित्सालयों में समस्त आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और सभी बाल देखरेख संस्थानों मे भी उचित प्रबंध किए जाएं। 

बैठक में हाल ही में एक रोड एक्सीडेंट में दिवंगत हुए दम्पति के बच्चों के संरक्षण के सम्बन्ध में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रमेश चन्द्र दशोरा द्वारा किये गए कार्यों की एसडीएम श्यामसुन्दर विश्नोई ने सराहना की। दशोरा ने बैठक में कहा कि बच्चों से जुड़े मामलों में सभी को और संवेदनशील होकर कार्य करना होगा, एक भी ढाणी का बच्चा दुखी नहीं रहना चाहिए, इसके लिए सभी को एक्टिव होकर कार्य करना होगा।

जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने निर्देश दिए कि बैठक में तय किए गए सभी बिंदुओं पर क्रियान्वन हो एवं प्रत्येक पात्र बच्चे को राहत पहुंचे। जिला कलक्टर ने बच्चों के संरक्षण के मुद्दों पर पर समस्त सम्बंधित विभागों की जल्द वीसी आयोजित करने निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने जिला बाल संरक्षण इकाई एवं जिला बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों के फोन नंबर समस्त सम्बंधित अधिकारियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक का संचालन सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग डॉ ज्योति प्रकाश अरोड़ा ने किया।

बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में एसडीएम श्यामसुंदर विश्नोई, सीएमएचओ डॉ रामकेश गुर्जर, आयुक्त नगर परिषद रिंकल गुप्ता, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रमेश चंद्र दशोरा एडवोकेट, सदस्य बाल कल्याण समिति मंजू जैन, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग डॉ ज्योति प्रकाश अरोड़ा, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग डॉ टीना अरोड़ा, ब्लॉक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी निंबाहेड़ा चंद्रप्रकाश जीनगर, अधीक्षक राजकीय बाल संप्रेषण एवं किशोर गृह विकास खटीक, सुपरवाइजर आईसीडीएस रेखा वर्मा, चाइल्डलाइन जिला समन्वयक भूपेंद्र, चाइल्डलाइन निम्बाहेडा नारायण, अधीक्षक ओपन शेल्टर होम गर्ल्स आसरा विकास संस्थान ललिता उपाध्याय, ज्ञानदीप केयर होम प्रभारी धर्मी दत्त, भगवती बाल गृह बस्सी प्रभारी रामगोपाल ओझा सहित अन्य उपस्थित रहे।


Jagruk Janta

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