- सामाजिक-व्यापारिक संगठनों, विकास समितियों के सहयोग से चलेगा अभियान
- ग्रेटर नगर निगम के डिप्टी मेयर का दावा, शहर में एक हजार पेड़ कटने से बचेंगे
जयपुर. राजधानी जयपुर इस बार पर्यावरण संरक्षण को लेकर अनूठी मिसाल पेश करने जा रही है। शहर में इस बार होलिका दहन के दौरान 500 से अधिक स्थानों पर गौ काष्ठ का उपयोग कर पेड़ों को कटने से बचाया जाएगा। इस संबंध में ग्रेटर नगर निगम ने कवायद शुरू कर दी है।
ग्रेटर नगर निगम के डिप्टी मेयर पुनीत कर्णवाट ने इस आशय को लेकर आयोजित बैठक में कहा कि होलिका दहन में गौ काष्ठ का उपयोग कर हम एक हजार पेड़ों को कटने से बचा पाएंगे। पर्यावरण की दृष्टि से यह पहल एक नजीर बनेगी। बैठक में शहर के व्यापारिक संगठन, सामाजिक संस्थाओं, नागरिक विकास समितियों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान होलिका दहन में गौ काष्ठ के उपयोग के लिए चलाए जा रहे अभियान की रूपरेखा तैयार की गई। साथ ही सभी पदाधिकारियों ने इसे जन अभियान बनाकर लोगों को जागरूक करने का संकल्प लिया।
पांच स्थानों पर गौ काष्ठ वितरण केंद
पिंजरापौल गौशाला के ट्रस्टी राधेश्याम विजयवर्गीय ने बताया कि जयपुर में पांच स्थानों पर गौ काष्ठ वितरण केंद्र हैं। वहां पर 2100 रुपए देकर कोई भी व्यक्ति 151 किलो गौ काष्ठ ले सकता है। श्रीनारायण धाम गौशाला के विष्णु अग्रवाल ने बताया कि इस राशि का इस्तेमाल गायों और गौशालाओं के विकास पर खर्च किया जाएगा। बैठक में जयपुर व्यापार महासंघ के संरक्षक रवि नैयर ने बताया कि जयपुर के सभी व्यापार मंडल को इस बारे मे जानकारी दे दी गई है। पशु प्रबंधन समिति के पूर्व चेयरमैन अरुण वर्मा ने कहा कि निगम के ढाई सौ वार्डोंं में इस बार होलिका दहन में गौ काष्ठ का उपयोग होगा।