आईजी व एसपी के निर्देशन में पांचू पुलिस के इस प्रयास से बच गया एक परिवार का चिराग!”ऑपरेशन क्लीन” ने दी नई जिंदगी,पढ़े खबर
बीकानेर@जागरूक जनता। “आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय” बीकानेर पुलिस इन दिनों एक अभियान “ऑपरेशन क्लीन” चला रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य दिशा भटक कर जुर्म की दुनियां में कदम रखने का शौक पाले उन युवाओं को मुख्यधारा में लाना है जो बदमाशों के बहकावे में आकर जुर्म के रास्ते पर चल पड़ते है। इसको लेकर रेंज आईजी ओमप्रकाश व जिला पुलिस अधीक्षक योगेश यादव की पहल उन तमाम भटके हुए युवाओं व उनके परिजनों के लिए सुकून और शिद्दत देने वाली जिंदगी साबित हो रही है।
ऑपरेशन क्लीन को आईजी व एसपी के निर्देशन में गठित साईबर सेल द्वारा ऐसे किसी संदिग्ध को टारगेट किया जाता है जो किसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो, या किसी सोशल नेटवर्किंग के जरिये अवैध कंटेट व मैसेज व्हाट्सएप ग्रुप इंस्टाग्राम आदि प्लेटफार्म पर शेयर करता हो। जैसे ही साईबर सेल की टीम को टारगेट का पता लगता है तो वे फौरन नजदीकी पुलिस स्टेशन व कमांड सेंटर को इत्तला करते है और चंद मिनटों में ही वो संदिग्ध पुलिस के कब्जे में होता है।
सोमवार को ऐसा ही एक टारगेट साईबर सेल ने जिले के पांचू थाना क्षेत्र में ट्रेस किया । जिसकी इत्तला मिलते ही पांचू थानाधिकारी सीआई विकास बिश्नोई मय जाब्ते ने स्वरुपसर गांव निवासी एक नाबालिक लड़के को पकड़कर उसके बारे में जानकारी जुटाकर उसके परिजनों व गांव के सरपंच को सूचना दी, लेकिन नाबालिग को पकड़ने के बाद पांचू पुलिस ने जो सामाजिक सरोकार वाली भूमिका इस केस में निभाई उसकी चंहु और प्रशंसा हो रही है।
सीआई बिश्नोई ने बताया पकड़े गए नाबालिग लड़के के माता पिता व गांव के सरपंच की उपस्थिति में उसका मोबाईल चेक किया गया तो उसमें बदमाशों के व्हाट्सएप ग्रुप अन्य शोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जुड़ा होना पाया गया। इन सबके बारे में नाबालिग लड़के ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए बताया कि वो इन सब को व्यकिगत रूप से नही जानता है । शोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उक्त बदमाशों के शानो शौकत व बंदूकों के साथ फोटो देखकर उनसे प्रभावित होकर उनके मैसेज पर लाईक शेयर करने लग गया। माता पिता भी अपने लाड़ले की इस हरकत से आश्चर्य में थे कि उन्हें पता ही नही चला और उनका बेटा बदमाशों के जाल में फंस गया । यह तो गनीमत रही बीकानेर पुलिस की जिसने समय रहते उनके बेटे की जिंदगी नरक में जाने से बचा ली। पुलिस ने भी मानवीय संवेदना व नाबालिग बच्चे के भविष्य को देखते हुए माता पिता के समक्ष उसे सख्त हिदायत दी कि भविष्य में ऐसे किसी बदमाशों के सम्पर्क में ना आए। साथ ही बच्चे की कांउसलिंग कर उससे समझाइश की गई। सीआई बिश्नोई ने बताया नाबालिग लड़के के मोबाइल से मिले डाटा को पूरी तरह डिलीट कर दिया गया है, साथ ही थाना क्षेत्र में इस तरह की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। पांचू पुलिस की यह सामाजिक पहल चर्चा का विषय बनी हुई है।
बीकानेर पुलिस ने आमजन से की ये अपील
बीकानेर पुलिस सभी प्रबुद्धजनों, नौजवानों को सचेत करती है कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की धमकी देना, अनर्गल पोस्ट करना या उसको साझा करना, या अन्य कोई टिप्पणी लिखना जिसके कारण आपसी सौहार्द बिगड़ने की आशंका बन सकती है। हथियारों के साथ फोटो डालना, बदमाशो के ग्रुप से जुड़ना, उनके मैसेज शेयर करना, लाइक करना, ऐसे लोगों पर पुलिस की साईबर सेल की पैनी नज़र है । ऐसे में आप अपने आसपास रहने वाले सभी लोगो ख़ासकर युवाओं को समय रहते सचेत करें ताकि किसी भी प्रकार की कानूनी कारवाई से बचा जा सके ।