राजस्थान का खूबसूरत शहर उदयपुर 10 से 12 जनवरी, 2025 के बीच एकदम अलग रंग में दिखेगा। ‘उदयपुर टेल्स इंटरनेशनल स्टोरीटेलिंग फेस्टिवल’ में इस बार सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों के मशहूर कहानीकार शिरकत करेंगे। दक्षिण अफ्रीका, रूस, स्पेन, श्रीलंका और सिंगापुर जैसे देशों से आने वाले कहानीकार अपनी-अपनी अनूठी कहानियां सुनाएंगे। और हां, हमारे भारत के भी कई नामी स्टोरीटेलर्स इस महोत्सव में अपनी परंपरा और आधुनिकता का बेहतरीन मेल पेश करेंगे।
अगर भारतीय कहानीकारों की बात करें, तो दिव्य निधि शर्मा का नाम सबसे पहले आता है। ‘लपता लेडीज’ के लेखक, जिनकी कहानियां आज के समय की परछाईं हैं और हमारी जड़ों से भी जुड़ी हुई हैं। उनके साथ होंगी फौज़िया, भारत की पहली महिला दास्तानगो, जो अपनी शानदार अदाकारी के ज़रिए उर्दू की सदियों पुरानी दास्तानगोई कला को नए रंग में पेश कर रही हैं। इस सूची में देवदत्त पटनायक का नाम भी खास है, जो भारतीय पौराणिक कथाओं को सरल और रोचक तरीके से आज की ज़िंदगी से जोड़ते हैं। समीर रIहत, अपनी शायरी और संगीत का अनोखा मेल लेकर, दिलों को छू लेने वाली प्रस्तुतियां देंगे। अपनी सूफ़ी कव्वालियों के ज़रिए, कहानियों को सुर और ताल का जादू देते क़ुत्बी ब्रदर्स, राजस्थान के खास कहानीकार रजत, जिन्हें प्यार से कहानियों का जादूगर कहा जाता है, अपनी अनोखी कहानियों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
अब सोचिए, जब इन दोनों की परफॉर्मेंस होगी और साथ में दक्षिण अफ्रीका की लोक कथाएं, रूस की पुरानी ऐतिहासिक कहानियां, स्पेन की जोशीली दंतकथाएं, श्रीलंका के पौराणिक किस्से और सिंगापुर की मॉडर्न-ट्रेडिशनल कहानियां होंगी, तो नजारा कैसा होगा! सुश्री सुष्मिता सिंघा ने कहा कि “उदयपुर टेल्स केवल इन तीन दिनों के दौरान कहानियां सुनाने के बारे में ही नहीं है बल्कि यह राजस्थान द्वारा भारत की कहानी कहने की परंपराओं के संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका को पुनः प्राप्त करने के बारे में है।