बीकानेर@जागरूक जनता । पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आन्दोलन के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर 26 जून को पुरानी पेंशन बहाल करवाने तथा निजीकरण के खिलाफ ट्विटर पर महा अभियान चलाया गया। आंदोलन के प्रान्तीय सयोजक कोजाराम सिहाग व प्रदेश सचिव महिपाल चौधरी ने सयुंक्त बयान जारी करके बताया कि इस महा अभियान में पूरे देश से केन्द्र तथा सभी राज्यों के कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। दिन भर मुद्दे को लेकर 3 ट्वीट लगातार टॉप ट्रेंड करते रहे!सर्वाधिक 15 लाख ट्वीट के साथ हेस्टैग “वी वांट ओल्ड पेंशन”, 9 लाख ट्वीट के साथ हेजटेग “रीस्टोर ओल्ड पेंशन” तथा 8 लाख ट्वीट के साथ हेजटेग “प्राइवेटाइजेशन नो सॉल्यूशन” टॉप पर ट्रेंड करते रहे। आंदोलन के जिला सयोजक देवेन्द्र जाखड़ ने बताया कि भारत सरकार ने 1 जनवरी 2004 से शेयर बाजार आधारित नई पेंशन योजना शुरू की थी जो कर्मचारियों के पैसे के साथ ही सरकार के पैसे भी शेयर बाजार में का खतरा है इतना ही नहीं नई पेंशन योजना में रिटायर हो रहे कर्मचारियों को 1000 से 3000 पेंशन मिल रही है। पूरे देश के 73 लाख कर्मचारी अब तक इस एन पी एस योजना के अंतर्गत आ चुके हैं राजस्थान के 5 लाख से अधिक कर्मचारी एनपीएस के अंतर्गत आते हैं पिछले साल 26 जून को भी रीस्टोर ओल्ड पेंशन का ट्वीट चलाया था जिसमें 4 लाख 55 हजार ट्वीट के साथ ट्रेंड किया था। आज तो तीन हेस्टैग दिनभर ट्रेंड करते रहे। आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने सभी साथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा इसी प्रकार महामारी का दौर गुजरने के बाद धरातल पर पुरानी पेंशन और निजी करण के मुद्दे को लेकर संसद तथा विधानसभाओं से सड़क तक धरना तथा विरोध प्रदर्शन करके पुरानी पेंशन बहाल करवाई जाएगी तथा आम जनता को निजी करण के दंश से बचाने के लिए राष्ट्रव्यापी महा आंदोलन किया जाएगा। राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र फोगाट, प्रदेश संयोजक कोजाराम सियाग, प्रदेश महासचिव जगदीश यादव,महेंद्र भावरिया सहित संगठन के सभी साथियों ने ट्विटर अभियान में सक्रिय भाग लिया ।